मुंबई, 25 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। जोधपुर के खांडा फलसा थाने में एक कारोबारी ने लोन दिलाने के बहाने धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज करवाया है। पीड़ित अमित सिंघवी, जो वीतराग सिटी का निवासी है और विनायक प्रिंट एंड ग्राफिक्स नाम से पार्टनरशिप फर्म चलाता है, ने पुलिस को बताया कि वह जनवरी 2025 से व्यापारिक जरूरतों के लिए लोन या इन्वेस्टर की तलाश कर रहा था। इसी दौरान फरवरी में उसकी मुलाकात बेंगलुरु के चामराजपेट निवासी डॉक्टर रविंद्र जैन से हुई। जैन ने भरोसा दिलाया कि वह अलग-अलग फाइनेंसरों के जरिए उसकी फर्म को फाइनेंस और निवेश दिलवा सकता है। इस पर भरोसा करते हुए सिंघवी 14 मार्च को बेंगलुरु गया, जहां जैन खुद तो नहीं आया लेकिन उसने अपने बेटे अमन जैन और फंडिंग का काम करने वाले सुनील कुमार व शंकर कुमार से मुलाकात करवाई।
इन लोगों ने सिंघवी को झांसा दिया कि उसकी फर्म के लिए 15 करोड़ रुपए का लोन मंजूर हो जाएगा, लेकिन इसके लिए 2% कमीशन पहले देना होगा। विश्वास में आकर पीड़ित ने 26 मार्च को 30 लाख रुपए आरोपियों द्वारा बताए गए खाते में जमा कर दिए। इसके बाद आरोपियों ने जल्द ही लोन मिलने का आश्वासन दिया। लेकिन समय बीतने के बाद भी न तो लोन मिला और न ही रकम वापस हुई। बार-बार संपर्क करने पर आरोपियों ने बहाने बनाए और बाद में पैसे लौटाने से साफ इनकार कर दिया। इसके बाद पीड़ित अमित सिंघवी ने थाने पहुंचकर रिपोर्ट दी, जिस पर पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।