पटना न्यूज डेस्क: पटना के चर्चित कारोबारी गोपाल खेमका हत्याकांड की गुत्थी आखिरकार सुलझ गई है। पुलिस ने बताया कि इस हत्या का मास्टरमाइंड अशोक साव निकला है, जो पहले भी कई आपराधिक मामलों में शामिल रहा है। एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि पुलिस ने मुख्य शूटर उमेश यादव समेत सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना ने पटना में सनसनी फैला दी थी, क्योंकि खेमका की हत्या ठीक वैसे ही की गई थी जैसे 2018 में उनके बेटे की गई थी।
पुलिस जांच में पता चला कि गोपाल खेमका और अशोक साव के बीच प्रॉपर्टी को लेकर पुराना विवाद चल रहा था। करोड़ों की जमीन को लेकर दोनों पक्षों में लंबे समय से तनातनी थी। इसी दुश्मनी के चलते अशोक साव ने खेमका को रास्ते से हटाने की साजिश रची और उमेश यादव को 4 लाख रुपए की सुपारी दी। एडवांस में 50 हजार रुपए भी दिए गए। पुलिस को जब सुराग मिला और छापेमारी की गई, तो अशोक के ठिकानों से प्रॉपर्टी से जुड़े कागजात और लेन-देन के अहम दस्तावेज मिले।
शूटर उमेश यादव ने पूछताछ में माना कि हत्या में जो पिस्टल और गोलियां इस्तेमाल हुईं, वो उसने विकास उर्फ राजा से खरीदी थीं। राजा के पास भारी मात्रा में हथियार होने की जानकारी मिलते ही पुलिस ने उसे भी हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने बताया कि उसने ही उमेश को हथियार मुहैया कराए और ईंटा भट्टा इलाके में उन्हें छिपाया था। पुलिस जब वहां पहुंची, तो राजा ने हथियार दिखाने के बहाने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में वह गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
घटनास्थल से पुलिस को पिस्टल, जिंदा कारतूस और अन्य आपराधिक सामग्री बरामद हुई है। एफएसएल टीम ने भी सबूत जुटाए। बता दें कि खेमका की हत्या गांधी मैदान इलाके में उस वक्त हुई जब वे बांकीपुर क्लब से लौटकर अपनी कार से उतर ही रहे थे। बाइक सवार बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी। मौके पर ही उनकी मौत हो गई थी। पहले उनके बेटे की हत्या और अब खुद उनकी हत्या ने परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। इस बार सुरक्षा हटाई जा चुकी थी, और उन्होंने दोबारा सुरक्षा की मांग भी नहीं की थी।