पटना न्यूज डेस्क: पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए आरएलजेपी प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने खुद को इंडिया गठबंधन का हिस्सा बताया और कहा कि वे बिहार में सत्ता परिवर्तन के लिए निकल पड़े हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि इंडिया गठबंधन की किसी बैठक में अब तक उन्हें नहीं बुलाया गया है।
पारस ने एनडीए पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि अक्टूबर-नवंबर में होने वाले चुनाव से पहले ही एनडीए हार मान चुका है। उन्होंने मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान पर सवाल उठाए और कहा कि इससे दलित और गरीब वर्ग के वोटर प्रभावित होंगे क्योंकि उनसे ऐसे कागजात मांगे जा रहे हैं जो उनके पास नहीं हैं।
उन्होंने नीतीश कुमार की तबीयत को भी चुनावी मुद्दा बताते हुए कहा कि वे 25 जिलों का दौरा कर चुके हैं और बाकी में भी जाएंगे। उन्होंने कहा कि वे गांव-गांव जाकर लोगों से सरकार को बदलने की अपील करेंगे और जरूरत पड़ी तो कोर्ट भी जाएंगे। साथ ही उन्होंने तेजस्वी यादव से बात की और लालू यादव से मिलने की बात कही।
पारस ने दावा किया कि एनडीए अब एकजुट नहीं है और उनके पास कोई मजबूत चेहरा भी नहीं है। वहीं, आरएलजेपी प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज ने भी कहा कि एनडीए के सहयोगी आपस में लड़ रहे हैं और जनता अब बदलाव चाहती है। पारस ने साफ किया कि उनकी कोई शर्त नहीं है और वे सिर्फ बिहार के हित में सोच रहे हैं।