जयपुर न्यूज डेस्क: जयपुर से बांदीकुई को जोड़ने वाला हाईटेक एक्सप्रेस-वे आज से ट्रायल के लिए खोल दिया गया है। इसे कुछ दिनों तक बिना टोल के चलाया जाएगा ताकि खामियों को ठीक किया जा सके। इसके बाद जब सब कुछ ठीक रहेगा तो टोल लगाकर इसे स्थायी रूप से चालू किया जाएगा। यह जयपुर जिले का पहला ऐसा हाईटेक एक्सप्रेस-वे है जो दिल्ली-मुंबई नेशनल एक्सप्रेसवे (NE-4) से सीधे जुड़ता है। इससे जयपुर-दौसा हाईवे पर करीब 50% ट्रैफिक कम हो जाएगा।
इस एक्सप्रेसवे से जयपुर से दिल्ली, अलवर, राजगढ़ और बांदीकुई की ओर जाने वाले लगभग 40 हजार वाहन चालकों को राहत मिलेगी। अब जयपुर से दिल्ली का सफर महज 3 घंटे में तय किया जा सकेगा। 1360 करोड़ की लागत से बने इस 67 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे में एक आरओबी, दो बड़े पुल, 13 छोटे पुल और दो फ्लाईओवर शामिल हैं। इसका नाम 4C लिंक एक्सप्रेसवे रखा गया है।
दौसा जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार ने जानकारी दी कि एनएचएआई ने एक्सप्रेसवे खोलने को लेकर सूचना दी है। वहीं दौसा एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर भरत सिंह ने बताया कि अभी टोल की दरें तय नहीं की गई हैं, इसलिए वाहन चालकों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। यह सुविधा कुछ दिनों के लिए ट्रायल मोड में दी जा रही है।
एक्सप्रेसवे को दो चरणों में शुरू किया जा रहा है। पहले चरण में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे क्लोवरलीफ, आगरा रोड बगराना क्लोवरलीफ और मनोहरपुर-दौसा रोड के बापी इंटरचेंज को ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया है। दूसरे चरण में बाकी चार इंटरचेंज भी चालू किए जाएंगे। खास बात यह है कि इस एक्सप्रेसवे पर दोपहिया वाहन, ऑटो, ट्रैक्टर और जुगाड़ गाड़ी को चलाने की अनुमति नहीं होगी।