पटना न्यूज डेस्क: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर बाढ़ में राज्य के पहले सुपर पावर थर्मल प्लांट के स्टेज वन की तीसरी इकाई शुक्रवार को सिंक्रोनाइज कर दी गई। 26 मार्च से इसे 72 घंटे तक पूरी क्षमता पर चलाया जाएगा, जिससे वाणिज्यिक उत्पादन शुरू हो सकेगा। इस प्लांट के स्टेज वन में तीन और स्टेज टू में दो इकाइयां हैं, जिनमें प्रत्येक की क्षमता 660 मेगावाट है। स्टेज वन से कुल 1980 मेगावाट और स्टेज टू से 1320 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा, जिसमें से बिहार को स्टेज वन से 1202 मेगावाट और स्टेज टू से 1153 मेगावाट बिजली प्राप्त होगी।
ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने इसे बिहार की ऊर्जा सुरक्षा के लिए बड़ी उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में यह परियोजना सफलतापूर्वक लागू हुई है, जिससे राज्य को निर्बाध और सस्ती बिजली मिलेगी। इससे औद्योगिक क्षेत्रों, कृषि, व्यापार और घरेलू उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचेगा। बाढ़ विद्युत ताप परियोजना न केवल बिहार को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाएगी, बल्कि राज्य के विकास को भी गति देगी।
बाढ़ थर्मल प्लांट की आधारशिला 1999 में रखी गई थी, जब नीतीश कुमार केंद्र सरकार में मंत्री थे। शुरुआत में इसमें केवल तीन इकाइयां बनाने की योजना थी, लेकिन बाद में दूसरे चरण में 660 मेगावाट की दो और इकाइयां जोड़ी गईं। इस संयंत्र के लिए भूमि अधिग्रहण में राज्य सरकार ने एनटीपीसी को पूरा सहयोग दिया। अब यह परियोजना पूरी क्षमता से काम करने को तैयार है, जिससे बिहार को बिजली उत्पादन में नई मजबूती मिलेगी।