पटना न्यूज डेस्क: बिहार में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। पटना के नौबतपुर इलाके के 16 वर्षीय किशोर, आर्यन कुमार की एनएमसीएच में डेंगू के कारण मृत्यु हो गई। आर्यन को 24 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वह पीलिया से भी पीड़ित था। जिले में इस साल डेंगू से यह तीसरी मौत है; इससे पहले एक बुजुर्ग और एक महिला की भी जान जा चुकी है। पटना में गुरुवार को डेंगू के 18 नए मामले सामने आए। राज्य के कई जिलों में भी इस बीमारी का असर दिखाई दे रहा है, और अन्य जिलों में भी डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है।
बिहार में डेंगू के मामलों की संख्या अब बढ़कर 230 हो गई है। डेंगू का प्रकोप विशेषकर उन्हीं इलाकों में अधिक है, जहां पानी जमा रहता है और जो पिछले साल भी हॉट स्पॉट के रूप में पहचाने गए थे। जिला संक्रामक रोग नियंत्रण पदाधिकारी (डीवीबीसीओ) डॉ. सुभाष चंद्र प्रसाद ने जानकारी दी कि गुरुवार को मिले नए पीड़ितों में से सबसे ज्यादा पांच अजीमाबाद में, तीन कंकड़बाग में, और दो बांकीपुर में पाए गए हैं। इसके अतिरिक्त, पाटलिपुत्रा, एनसीसी, अथमलगोला, धनरुआ, दानापुर, और पटना सदर में एक-एक मरीज की पुष्टि हुई है। एक पीड़ित का पता सही न होने के कारण उससे संपर्क नहीं किया जा सका।
सभी डेंगू पीड़ितों की जांच एनएमसीएच (नालंदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल) में की गई थी। एनएमसीएच के नोडल पदाधिकारी डॉक्टर संजय कुमार के अनुसार, आर्यन की मौत प्लेटलेट्स की संख्या लगातार कम होने के कारण हुई। यह उल्लेखनीय है कि इस वर्ष 1 जनवरी से 28 अगस्त के बीच राज्य में कुल 646 लोग डेंगू से पीड़ित हो चुके हैं।