पटना न्यूज डेस्क: पटना शहर में जाम की समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है और खासकर ऑफिस टाइम और व्यस्त इलाकों में लोग कई घंटों तक फंसे रहते हैं. इस गंभीर स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने अब सख्त कदम उठाने का फैसला किया है. प्रमंडलीय आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने शहर की 12 सबसे व्यस्त सड़कों से अतिक्रमण हटाने का टास्क सभी संबंधित विभागों को सौंपा है. नगर निगम, जिला प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस को शनिवार तक कार्रवाई पूरी करने का निर्देश दिया गया है.
प्रशासन ने साफ कर दिया है कि रविवार से अतिक्रमण करने वालों पर सीधे केस दर्ज किए जाएंगे. हर कार्रवाई की पूरी रिपोर्ट अधिकारियों को सौंपनी होगी. इसके अलावा, 8 दिसंबर को होने वाली समीक्षा बैठक में डीएम, एसएसपी, नगर आयुक्त और संबंधित अधिकारियों को शहर की ताजा स्थिति की रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी. समीक्षा के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी.
इस अभियान में मुख्य तौर पर 12 व्यस्त सड़कें शामिल हैं, जैसे सगुना मोड़ से दानापुर स्टेशन, बोरिंग रोड, अटल पथ, गांधी मैदान के चारों ओर और अशोक राजपथ तक. इन इलाकों में रोजाना भारी ट्रैफिक जाम होता है, इसलिए इन्हें पहले चरण में चयनित किया गया है.
अतिक्रमण हटाने के तहत खटाल, सड़क किनारे मवेशी, बालू-गिट्टी, निर्माण सामग्री और जर्जर वाहन हटाए जाएंगे. गलत पार्किंग करने वालों पर जुर्माना और वाहन जब्ती की कार्रवाई होगी, वहीं अनधिकृत गैराजों को नोटिस देने के बाद हटाया जाएगा. सड़क पर डंप किए गए कूड़े पर जुर्माना और सफाई की अनिवार्यता भी लागू होगी. प्रशासन का उद्देश्य है कि इस सख्त अभियान से पटना की सड़कों पर ट्रैफिक सुचारू हो और नागरिकों को राहत मिले.