पटना न्यूज डेस्क: पटना एम्स के बर्न्स और प्लास्टिक सर्जरी विभाग में रविवार से दो दिवसीय राइनोप्लास्टी वर्कशॉप की शुरुआत हुई। बिहार-झारखंड प्लास्टिक सर्जन्स संघ की सहभागिता में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान नाक की सर्जरी से जुड़ी आधुनिक तकनीकों पर लाइव डेमो दिया गया। कार्यशाला की खास बात यह रही कि इसमें तीन महिलाओं की नाक की सर्जरी की गई—दो मरीज बचपन में लगी चोट के कारण नाक की बनावट से परेशान थीं, जबकि एक महिला चौड़ी और मोटी नाक की समस्या लेकर आई थीं।
कार्यशाला का उद्घाटन एम्स पटना के कार्यकारी निदेशक (सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर) डॉ. राजू अग्रवाल ने किया। इस मौके पर नई दिल्ली के प्रसिद्ध प्लास्टिक सर्जन डॉ. पीएस भंडारी, लखनऊ के डॉ. राजीव अग्रवाल, हैदराबाद की डॉ. वेंकट यामिनी और विभागाध्यक्ष डॉ. वीणा कुमारी सिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहीं। सभी विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को राइनोप्लास्टी के महत्व और बढ़ती जरूरत पर प्रकाश डाला।
सर्जरी के दौरान विशेषज्ञ डॉक्टरों ने अलग-अलग आधुनिक तकनीकों का प्रदर्शन कर दिखाया कि कैसे नाक के आकार और कार्यक्षमता को बिना किसी बड़े जोखिम के सुधारा जा सकता है। डॉक्टर भंडारी और डॉक्टर राजीव ने सर्जरी की हर बारीकी समझाते हुए प्रतिभागियों को प्रैक्टिकल अनुभव भी दिया।
वर्कशॉप में शामिल डॉक्टरों और ट्रेनियों ने इस ज्ञानवर्धक आयोजन की सराहना की। उनका कहना था कि ऐसे कार्यक्रम इलाज की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने में मदद करते हैं, जिससे मरीजों को बेहतरीन परिणाम मिल सकें।