पटना न्यूज डेस्क: पटना एयरपोर्ट पर शुक्रवार को सुबह से ही अफरातफरी का माहौल रहा। इंडिगो की अब तक की सबसे बड़ी मुश्किल सामने आई, जब स्टाफ की भारी कमी के चलते तय उड़ानें समय पर नहीं उठ सकीं। नतीजा यह हुआ कि 36 घंटे के अंदर बिहार से इंडिगो की कुल 25 फ्लाइटें रद्द करनी पड़ीं और करीब तीन हजार यात्री घर लौटने को मजबूर हुए। कई यात्रियों को तो एयरपोर्ट पहुंचने के बाद ही कैंसिलेशन की जानकारी मिली, जिससे गुस्सा और परेशानी बढ़ गई।
सुबह से देर रात तक पटना एयरपोर्ट पर जो भी फ्लाइट बोर्ड पर दिख रही थी, वह या तो कैंसिल थी या फिर अनिश्चित देरी पर। दिल्ली की 8, कोलकाता की 4, मुंबई की 3, हैदराबाद की 2 और बेंगलुरु की 4 फ्लाइटें उड़ान ही नहीं भर सकीं। इसके अलावा अहमदाबाद, चेन्नई, भुवनेश्वर और चंडीगढ़ की एक-एक उड़ान भी रद्द रही। यात्रियों के मुताबिक उन्हें यह तक नहीं बताया गया कि उनकी अगली यात्रा कब संभव होगी, बस इंतजार और मायूसी हाथ लगी।
इंडिगो के ठप पड़ने का असर किरायों पर भी साफ दिखा। अन्य एयरलाइंस ने मौके का फायदा उठाते हुए किराया कई गुना बढ़ा दिया। पटना-दिल्ली का किराया 40 हजार रुपये तक पहुंच गया, तो पटना-मुंबई 90 हजार के पार। दरभंगा से दिल्ली और मुंबई जाने वाले यात्रियों के टिकट 60 हजार रुपये से ऊपर पहुंच गए। ऐसे में शादी-समारोह, ऑफिस ड्यूटी या दूसरे जरूरी कामों से जुड़े लोग बेहद परेशान दिखे और कई की तो खास तारीखें भी छूट गईं।
पटना, गया और दरभंगा एयरपोर्ट पर लोग बेंचों पर बैठकर रात काटते दिखे। जानकारी के अभाव में यात्री सोशल मीडिया पर नाराजगी जताते रहे। कुछ लोग तो सीधे ट्रेन और बस से जाने लगे, क्योंकि कहा गया कि अगले कुछ दिनों तक उड़ान की स्थिति सामान्य होने की संभावना कम है। शादी, क्रिसमस और न्यू ईयर जैसे पीक सीजन में इस बड़े ऑपरेशनल संकट ने यात्रियों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।