पटना न्यूज डेस्क: वृहद पटना महानगर क्षेत्र के कन्हौली में एक रोटरी का निर्माण होगा, जो राज्य के विभिन्न हिस्सों से आने वाले पांच एक्सप्रेस-वे को आपस में जोड़ेगा। इस रोटरी के बनने से झारखंड और उत्तर प्रदेश की दूरी कम हो जाएगी। तीन किलोमीटर के इस रोटरी क्षेत्र में एयरपोर्ट, पटना-सासाराम ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे, सारण के दीघवारा-शेरपुर रिंग रोड, पटना-बक्सर फोरलेन, बिहटा-सरमेरा राष्ट्रीय राजमार्ग, दानापुर-बिहटा एलिवेटेड कॉरिडोर और अंतरराज्यीय बस टर्मिनल भी स्थित होंगे।
पटना शहर की पहचान पहले डाकबंगला चौराहा से की जाती थी। 1982 में गांधी सेतु के निर्माण के बाद पटना सिटी का जीरो माइल हुआ, जहां पटना-हाजीपुर, पटना-गया, और पटना-बख्तियारपुर सड़कों का मिलन होता है। दानापुर में सगुना मोड़ और जेपी गंगा पुल बनने के बाद शहर का विस्तार हुआ, और दीघा-एम्स एलिवेटेड रोड तथा गंगा पथ का रोटरी सबसे बड़ा बनकर उभरा।
दानापुर रेलवे स्टेशन से 13 किलोमीटर दूर कन्हौली गांव को राज्य के पांच एक्सप्रेस-वे का केंद्र बनाया जाएगा। यहां बक्सर फोरलेन का टोल प्लाजा और बिहटा एयरपोर्ट के लिए 3 किलोमीटर का विशेष रास्ता होगा। शेरपुर-दीघवारा गंगा पुल, जो पटना रिंग रोड का हिस्सा है, कन्हौली से 13 किलोमीटर की दूरी पर होगा। पटना-सासाराम ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे भी 3.5 किलोमीटर दूर होगा।
बिहटा-सरमेरा हाईवे यहीं से शुरू होगा और पटना-गया फोरलेन तथा बख्तियारपुर-रजौली एक्सप्रेस-वे से जुड़ जाएगा। अब इन पांचों एक्सप्रेस-वे के मिलन स्थान के पास, कन्हौली गांव में 50 एकड़ जमीन पर एक अंतरराज्यीय बस टर्मिनल बनाने के लिए ज़मीन लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
कन्हौली में पांच दिशाओं के एक्सप्रेस-वे के जुड़ने से सारण, गोपालगंज, सिवान, औरंगाबाद, सासाराम, कैमूर, बक्सर, नालंदा, नवादा के साथ-साथ झारखंड और उत्तर प्रदेश के शहरों की यात्रा में कम समय लगने से समय की बचत होगी।
बिहटा एयरपोर्ट से बाहर आते ही यात्रियों को विभिन्न दिशाओं की सवारी उपलब्ध होगी। सड़क परिवहन और माल ढुलाई के साथ-साथ सदीसोपुर, बिहटा, नेउरा, दानापुर और पाटलिपुत्र जंक्शन तक पहुंचने में समय की बचत संभव होगी।