पटना न्यूज डेस्क: बिहार में डेंगू और चिकनगुनिया के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बुधवार को राज्य में 186 नए डेंगू मरीज़ मिले, जिनमें से 102 पटना में ही हैं। यह एडीज मच्छर के काटने से होता है, जो दिन में सक्रिय होता है।
राज्य में डेंगू से अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। यह स्थिति चिंताजनक है और इससे निपटने के लिए सरकार और स्वास्थ्य विभाग को तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है।
पटना जिले में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 102 नए मरीज मिले हैं, जिनमें कंकड़बाग में 25, बांकीपुर में 14, नूतन राजधानी में 8, अजीमाबाद में 8, पटना सिटी में 2, और पाटलिपुत्र में 21 मरीज शामिल हैं। इसके अलावा, अन्य इलाकों में भी मरीज मिले हैं, जिनमें अथमलगोला में 2, बख्तियारपुर में 2, पालीगंज में 1, मसौढ़ी में 1, खुसरूपुर में 2, दानापुर में 1, संपतचक में 3, और फुलवारीशरीफ में 7 मरीज शामिल हैं।
यह बढ़ते मामले चिंताजनक हैं, खासकर जब से मौसम के बदलाव के कारण मच्छरों की संख्या बढ़ रही है। पटना के सिविल सर्जन डॉ. प्रमोद झा ने कहा है कि लोगों को अगले दो महीनों में एहतियात बरतने की जरूरत है।
डेंगू के लक्षणों में बुखार, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, थकान, मतली, और त्वचा पर दाने शामिल हैं। यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
डेंगू और चिकनगुनिया के बढ़ते मामलों के मद्देनज़र स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। डॉक्टरों की सलाह है कि मच्छरों से बचाव के लिए सावधानी बरतें। विशेषज्ञों का कहना है कि थोड़ी सावधानी से डेंगू और चिकनगुनिया से बचा जा सकता है।
सावधानियां:
- घर और आसपास पानी जमा न होने दें।
- जमा पानी को साफ करें या उसमें केरोसिन डालें।
- लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं।
- सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क जांच सुविधा उपलब्ध है।