पटना न्यूज डेस्क: बिहार में मंगलवार को आरजेडी ने स्मार्ट मीटर के खिलाफ व्यापक धरना-प्रदर्शन किया। पटना के प्रखंड कार्यालय पर सैकड़ों आरजेडी कार्यकर्ताओं ने जुटकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और तुरंत स्मार्ट मीटर को वापस लेने की मांग की।
धरना-प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए आरजेडी एमएलसी मुन्नी रजक ने पटना प्रखंड में कहा कि स्मार्ट मीटर गरीबों के लिए एक बोझ बन गया है। उन्होंने बताया कि इसके चलते आम जनता को 8 से 10 हजार रुपये तक के बिजली बिल का सामना करना पड़ रहा है, जिससे वे परेशान हैं।
मुन्नी रजक, आरजेडी एमएलसी ने कहा है, "हम लोगों की एक ही मांग है कि जिन लोगों के घर में स्मार्ट मीटर लगा है उसको फौरन हटा दिया जाए। इसमें ज्यादा बिजली बिल आता है। जहां बिजली बिल 1000 रुपये आना चाहिए वहां 5000 रुपये बिजली बिल आ रहा है जो कि पूरी तरह से गलत है। आम जनता इससे परेशान है। जब तक बिहार में स्मार्ट मीटर नहीं हटेगा राष्ट्रीय जनता दल का एक-एक कार्यकर्ता और नेता इसके खिलाफ धरना प्रदर्शन करता रहेगा।"
मुन्नी रजक, आरजेडी के एमएलसी, ने केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी पर हमला करते हुए कहा कि वह खुद तो केंद्र में मंत्री बन गए, लेकिन अब गरीबों की समस्याओं की कोई चिंता नहीं करते। इसलिए, स्मार्ट मीटर के मुद्दे पर मांझी खामोश हैं।
प्रदीप मेहता, आरजेडी के प्रदेश महासचिव, ने प्री-पेड मीटर को धोखा बताते हुए कहा कि हमारे नेता का मानना है कि ये स्मार्ट मीटर नहीं, बल्कि 'स्मार्ट चीटर' हैं। इसे हटाना जरूरी है, क्योंकि ये आम जनता के लिए परेशानी का कारण बन चुके हैं।