पुणे न्यूज डेस्क: महाराष्ट्र में गिलियन बैरे सिंड्रोम (Guillain Barre Syndrome) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ताजा मामले में, मुंबई के नायर अस्पताल में भर्ती 53 वर्षीय मरीज की इस बीमारी से मौत हो गई। मरीज वडाला का रहने वाला था और बीएमसी के बीएन देसाई अस्पताल में वार्ड बॉय के तौर पर काम करता था। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, वह काफी दिनों से बीमार था और इलाज के दौरान उसकी हालत बिगड़ गई। इसके अलावा, नायर अस्पताल में पालघर की रहने वाली 10वीं कक्षा की एक छात्रा भी भर्ती है, जिसे जीबीएस संक्रमण हुआ है। इससे पहले 6 फरवरी को भी इस सिंड्रोम की वजह से एक मरीज की जान जा चुकी है।
जीबीएस के बढ़ते मामलों को देखते हुए 27 जनवरी को केंद्र सरकार ने पुणे में सार्वजनिक स्वास्थ्य हस्तक्षेप और प्रबंधन के लिए एक सात सदस्यीय टीम भेजी थी। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा तैनात इस टीम को राज्य में जीबीएस के बढ़ते मामलों पर नजर रखने और जरूरी कदम उठाने का जिम्मा दिया गया था।
केंद्र की इस उच्च स्तरीय टीम में विभिन्न विशेषज्ञों को शामिल किया गया था, जिनका उद्देश्य महाराष्ट्र में संदिग्ध और पुष्टि किए गए जीबीएस मामलों की जांच करना और स्वास्थ्य अधिकारियों को इस बीमारी से निपटने के लिए जरूरी मार्गदर्शन देना था। राज्य में लगातार सामने आ रहे नए मामलों के कारण स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है, और अधिकारियों ने इस पर नियंत्रण पाने के लिए सक्रिय कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।