पटना न्यूज डेस्क: पटना में बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) परीक्षा के नॉर्मलाइजेशन नीति के खिलाफ शुक्रवार को हुए बड़े प्रदर्शन के दौरान पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों का आक्रोश इस बात को लेकर था कि नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को लागू किया गया है, जिसे वे छात्रों के लिए हानिकारक मानते हैं। इस दौरान प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए थे, और स्थिति इतनी बिगड़ गई कि पुलिस को उन्हें नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। यह विरोध लगभग चार घंटे तक जारी रहा, जिससे शहर में हलचल मच गई।
प्रदर्शन के दौरान प्रसिद्ध कोचिंग संचालक खान सर भी छात्रों के समर्थन में गर्दनीबाग धरनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने छात्रों से कहा कि वे उनके साथ हैं और उनका पूरा समर्थन करते हैं। खान सर ने कहा कि नॉर्मलाइजेशन नीति छात्रों के हित में नहीं है और इसे हटाना चाहिए। उनका समर्थन छात्रों को और प्रेरित करता दिखा, जिसके बाद विरोध और तेज हो गया।
इस बीच, खबरें आईं कि पटना पुलिस ने खान सर और छात्र नेता दिलीप को हिरासत में ले लिया। दोनों को गर्दनीबाग थाना लाया गया, जिससे प्रदर्शनकारियों में और आक्रोश फैल गया। हालांकि, बाद में पटना पुलिस ने एक बयान जारी कर इस खबर का खंडन किया। पुलिस ने कहा कि खान सर खुद ही थाने गए थे और वहां मौजूद मजिस्ट्रेट से मुलाकात की थी। उनके आग्रह पर पुलिस ने उन्हें उनके वाहन तक सुरक्षित छोड़ने के लिए उन्हें पुलिस वाहन में बैठाकर अटल पथ तक छोड़ा।
पुलिस ने यह भी साफ किया कि खान सर की गिरफ्तारी नहीं की गई थी और यह सिर्फ एक कन्फ्यूजन था। बयान में यह भी कहा गया कि सोशल मीडिया हैंडलर्स से अपील की गई है कि वे इस तरह की अफवाहों को फैलाने से बचें, ताकि स्थिति और न बिगड़े। पुलिस ने यह भी कहा कि खान सर और दिलीप को सुरक्षित तरीके से उनके वाहन तक पहुंचाया गया था और यह एक सामान्य प्रक्रिया थी।
इस घटना के बाद प्रदर्शनकारी फिर से गर्दनीबाग धरनास्थल पर लौट आए और नॉर्मलाइजेशन नीति के खिलाफ विरोध जारी रखा। प्रशासन ने कहा कि जल्द ही प्रदर्शनकारियों को हटाने की योजना बनाई जाएगी। इस बीच, छात्रों के लिए यह मामला अहम बन चुका है और वे अपनी आवाज उठाने के लिए और भी संगठित हो रहे हैं।