पटना न्यूज डेस्क: बिहार से बड़ी खबर सामने आई है कि पटना पुलिस ने सोमवार सुबह जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर को हिरासत में ले लिया। प्रशांत किशोर बीपीएससी परीक्षा पेपर लीक मामले में कार्रवाई की मांग करते हुए अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे थे। पुलिस ने उन्हें एंबुलेंस के जरिए हिरासत में लिया। किशोर 2 जनवरी से अनियमितताओं के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों का समर्थन कर रहे थे और परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे थे। हिरासत में लिए जाने से पहले उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी 7 जनवरी को इस मामले में हाईकोर्ट में याचिका दायर करेगी।
हिरासत में लेने के दौरान गांधी मैदान पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने पुलिस का विरोध किया। छात्रों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई, लेकिन अंततः पुलिस ने प्रशांत किशोर को हिरासत में ले लिया। इसके तुरंत बाद पुलिस ने गांधी मैदान को खाली करा दिया और वहां सुरक्षा बढ़ा दी।
पुलिस ने प्रशांत किशोर को हिरासत में लेने के बाद गांधी मैदान के वाहनों की तलाशी भी ली। प्रशांत किशोर ने कहा कि उनका संघर्ष जारी रहेगा और वे छात्रों के अधिकारों के लिए लड़ते रहेंगे। इससे पहले, रविवार को उन्होंने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से इस मुद्दे पर छात्रों का साथ देने और विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा था कि राजनीति से ऊपर उठकर छात्रों के मुद्दों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
बीपीएससी परीक्षा पेपर लीक मामले को लेकर छात्रों के बीच नाराजगी चरम पर है। 13 दिसंबर को हुई इस परीक्षा में पेपर लीक का आरोप लगा था, जिसके बाद से छात्र लगातार परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं। प्रशांत किशोर ने छात्रों के साथ खड़े होकर सरकार पर कार्रवाई का दबाव बनाया।
इस मुद्दे को लेकर बिहार की राजनीति गरमा गई है। तेजस्वी यादव ने इस आंदोलन पर भाजपा को घेरते हुए कहा था कि यह विरोध भाजपा के राजनीतिक एजेंडे का हिस्सा बन रहा है। उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन को राजनीति से दूर रखना चाहिए और इसे स्वतंत्र रूप से चलने देना चाहिए।
हिरासत के बावजूद प्रशांत किशोर और उनके समर्थकों का कहना है कि उनका आंदोलन जारी रहेगा। जन सुराज की ओर से 7 जनवरी को हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर इस मामले में न्याय की मांग की जाएगी। छात्रों के समर्थन में प्रशांत किशोर का यह कदम राज्य की राजनीति और प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुका है।