पटना न्यूज डेस्क: पटना पुलिस की स्पेशल टीम ने जेठुली गोली कांड के मुख्य आरोपी उमेश राय को भारत-नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया है। उमेश राय, जो घटना के बाद से लगातार फरार था, पुलिस की लगातार दबिश के कारण विभिन्न ठिकानों पर छिपता रहा। पुलिस ने ह्यूमन इंटेलिजेंस और वैज्ञानिक जांच के आधार पर उसे नेपाल बॉर्डर इलाके से गिरफ्तार किया। उमेश राय के खिलाफ कई गंभीर आरोप हैं, जिनमें पार्किंग विवाद के दौरान गोलीबारी करने का आरोप है।
यह घटना डेढ़ साल पहले, 19 फरवरी 2023 को पटना के नदी थाना क्षेत्र के जेठुली गांव में हुई थी। पार्किंग विवाद को लेकर दो गुटों में मारपीट और गोलीबारी का सिलसिला शुरू हुआ था, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी। इस गोलीबारी में जेठुली गांव के गौतम कुमार और रौशन कुमार की इलाज के दौरान मौत हो गई थी, जबकि मुनारिक राय और चंद्रिका राय भी गोली लगने से घायल हो गए थे और बाद में उनकी मौत हो गई थी।
पुलिस के मुताबिक, उमेश राय गुट ने 50 से अधिक राउंड गोलियां चलाई थीं, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी। घटना के बाद, गुस्साए स्थानीय लोगों ने उमेश राय के घर, मैरिज हॉल और वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। इसके बाद, गांव में जमकर हंगामा और बवाल हुआ, और पुलिस पर भी पथराव किया गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और हवाई फायरिंग भी की।
इस गोलीकांड में तीन-चार दिनों तक गांव में तनाव और हिंसा का माहौल रहा। उमेश राय के समर्थकों के खिलाफ ग्रामीणों ने उग्र प्रदर्शन किया, और पुलिस बल को भी विरोध का सामना करना पड़ा। पुलिस ने इस मामले में अब तक 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है, जबकि 7 आरोपी अभी भी फरार हैं। एक आरोपी की मौत भी हो चुकी है।
फतुहा के डीएसपी निखिल कुमार ने उमेश राय की गिरफ्तारी की पुष्टि की और बताया कि उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। इस मामले में पुलिस अब भी अन्य फरार आरोपियों की तलाश कर रही है, और जांच जारी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उमेश राय की गिरफ्तारी के बाद, यह मामला एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है। पुलिस अब इस मामले को लेकर पूरी सख्ती से कार्यवाही कर रही है, ताकि सभी आरोपियों को पकड़कर उन्हें कानून के शिकंजे में लाया जा सके।