पटना न्यूज डेस्क: BPSC परीक्षा विवाद में एक नया मोड़ सामने आया है। पटना उच्च न्यायालय ने जनसुराज पार्टी द्वारा दायर की गई याचिका को स्वीकार कर लिया है, जिसमें 70वीं BPSC PT परीक्षा को रद्द करने की मांग की गई है। यह याचिका 9 जनवरी को दायर की गई थी, और अब इस मामले में 15 जनवरी को सुनवाई होगी। जनसुराज पार्टी का आरोप है कि हाल में हुई परीक्षा में कई अनियमितताएं थीं, इसलिए इसे रद्द कर पुनः परीक्षा कराई जाए।
जनसुराज पार्टी के नेताओं ने कहा है कि यह कदम उम्मीदवारों के हित में उठाया गया है, क्योंकि हाल में हुई परीक्षा में प्रक्रियागत गलतियां हुई हैं। पार्टी के प्रमुख, प्रशांत किशोर, ने इस मुद्दे को लेकर कई आंदोलनों में भाग लिया है। उन्होंने पटना के गांधी मैदान में अनशन भी किया, जिसमें पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया, लेकिन वे अपना अनशन जारी रखते हुए अस्पताल में भर्ती हो गए हैं।
प्रशांत किशोर के नेतृत्व में जनसुराज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पटना में बीपीएससी परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया था। उन्होंने इस मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठाया और न्याय की मांग की। इस बीच, पार्टी ने पटना उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर यह मांग की है कि जब तक पुनः परीक्षा नहीं होती, तब तक बीपीएससी PT के परिणामों की घोषणा भी न की जाए।
जनसुराज पार्टी की ओर से अधिवक्ता प्रणव कुमार ने यह याचिका दायर की है। याचिका में 70वीं बीपीएससी PT परीक्षा को रद्द करने और इसे फिर से आयोजित करने की अपील की गई है। इसके साथ ही यह भी मांग की गई है कि जब तक रीएग्जाम नहीं होता, तब तक परिणाम न घोषित किए जाएं, ताकि किसी भी उम्मीदवार के अधिकारों का उल्लंघन न हो।