पटना न्यूज डेस्क: पटना में गुरुवार को होने वाली नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और हाल ही में भारतीय सेना के 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद इस मॉक ड्रिल को बेहद अहम माना जा रहा है। प्रशासन की ओर से सिविल डिफेंस से जुड़े लोगों को प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें आपात स्थिति में सायरन बजते ही सड़कों की लाइटें बंद करने और लोगों को घरों में रहने की हिदायत देने की प्रक्रिया समझाई गई है।
बुधवार को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में इस मॉक ड्रिल से पहले 150 सिविल डिफेंस कर्मियों को ट्रेनिंग दी गई। उन्हें बताया गया कि सायरन बजने के बाद कैसे लोगों को घरों में रहना चाहिए और सड़कों पर खड़ी गाड़ियों की लाइटें बंद करवानी हैं। इसके अलावा, घरों और प्रतिष्ठानों की बिजली बंद करने का भी निर्देश दिया गया, ताकि किसी भी तरह की रोशनी से दुश्मन को लोकेशन का अंदाजा न लगे।
ड्रिल के दौरान, पटना के विभिन्न चौक-चौराहों पर सिविल डिफेंस के लोग माइक से आपातकालीन घोषणाएं करेंगे, जिसमें लोगों से घरों से बाहर न निकलने और किसी भी प्रकार की रोशनी का उपयोग न करने की अपील की जाएगी। शाम के समय लगभग 400 सिविल डिफेंस कर्मी शहर के विभिन्न हिस्सों में तैनात रहेंगे, जो स्थिति पर नजर रखेंगे और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैयार रहेंगे।
ब्लैक आउट के दौरान, शाम 7 बजे से 7:10 बजे तक पूरे पटना में बिजली बंद रहेगी। इस 10 मिनट के ब्लैक आउट में मोबाइल, इन्वर्टर, और अन्य बिजली उपकरणों का उपयोग भी वर्जित रहेगा। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पटना पुलिस भी अलर्ट मोड पर रहेगी। प्रमुख बाजारों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के सामने पुलिस बल तैनात रहेगा, ताकि किसी भी आपराधिक गतिविधि को तुरंत रोका जा सके।