पटना न्यूज डेस्क: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को पटना में "सामाजिक रूप से न्यायसंगत और सुरक्षित पंचायतों" पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। केंद्रीय पंचायती राज मंत्रालय बिहार सरकार के सहयोग से इसका आयोजन कर रहा है।
इस कार्यक्रम में 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 800 से अधिक प्रतिभागियों और विभिन्न संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है।
केंद्रीय पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करेंगे, जबकि पंचायती राज राज्य मंत्री एस.पी. सिंह बघेल, बिहार के विभिन्न मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी भाग लेंगे।
यह पहल संयुक्त राष्ट्र द्वारा अनुशंसित सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को जमीनी स्तर पर लागू करने के पंचायती राज मंत्रालय के प्रयासों का एक हिस्सा है।
इसमें अनुसूचित जातियों (एससी), अनुसूचित जनजातियों (एसटी) और समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों के मानसिक, शारीरिक और आर्थिक कल्याण पर जोर देते हुए गांव के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
कार्यशाला में विभिन्न हितधारकों को एक साथ लाया जाएगा जो समाज को अधिक समावेशी, समतापूर्ण और न्यायपूर्ण बनाने के लिए काम कर रहे हैं, जिसमें जरूरतमंद लोगों की देखभाल के लिए सामाजिक सुरक्षा तंत्र होगा।
सामाजिक न्याय के लिए अच्छे काम करने वाली पंचायतों को अपने अनुभवों को वीडियो और ऑडियो के माध्यम से साझा करने के लिए बुलाया गया है।
ग्राम पंचायतों को समाज के कमजोर, पिछड़े और गरीब लोगों के लिए योजनाएं बनाने और उन्हें लागू करने का अधिकार दिया गया है।
खाद्य सुरक्षा के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत बुनियादी सेवाओं तक पहुंच में सुधार, बाल एवं महिला कुपोषण एवं मृत्यु दर में कमी, बुजुर्गों के लिए शारीरिक स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार, बच्चों के लिए शिक्षा सहायता में सुधार, महिलाओं एवं बच्चों के खिलाफ हिंसा की रोकथाम, विकलांग व्यक्तियों के लिए सेवाओं में सुधार जैसे विषयों पर चर्चा की जाएगी।