पटना न्यूज डेस्क:पटना में गंगा किनारे सरकारी जमीन पर बने अवैध निर्माणों को गिराने की मुहिम तेज हो गई है। प्रशासन ने शनिवार सुबह से ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी, जिसमें अब तक कई अवैध इमारतें ध्वस्त की जा चुकी हैं। इस दौरान कानून-व्यवस्था बनी रहे, इसके लिए भारी पुलिस बल और कई मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। जिला प्रशासन ने साफ कर दिया है कि अगर कोई इस कार्रवाई में बाधा डालने की कोशिश करेगा, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाए जाएंगे।
गंगा नदी के किनारे सालों से अवैध रूप से बने मकानों और बहुमंजिला इमारतों को लेकर कई शिकायतें मिली थीं, जिसके बाद सरकार ने इन्हें हटाने का आदेश दिया। इस आदेश के तहत पटना में अब तक का सबसे बड़ा अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया जा रहा है। प्रशासन का कहना है कि सरकारी जमीन पर किसी भी तरह का कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और यह कार्रवाई पूरी सख्ती से जारी रहेगी।
पटना डीएम ने निर्देश दिए हैं कि एलसीटी घाट से कलेक्ट्रेट तक जेपी गंगापथ पर अवैध वेंडिंग को पूरी तरह बंद किया जाए। दीघा से एलसीटी घाट तक पार्किंग, ग्रीन बेल्ट और पैदल पथ विकसित किए जाएंगे। वहीं, दीघा रोटरी से 100 मीटर के दायरे को 'नो-वेंडिंग जोन' घोषित किया गया है। जेपी गंगापथ के उत्तरी छोर से कुर्जी घाट तक 1.2 किलोमीटर लंबा वेंडिंग जोन बनाया जाएगा, जहां आगंतुकों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।