पटना न्यूज डेस्क: मंगलवार को जयप्रभा सभागार में लोकनायक जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन लोकनायक जयप्रकाश विश्व शांति प्रतिष्ठान और जयप्रभा पुस्तकालय सह शोध संस्थान ने संयुक्त रूप से किया। इसमें जेपी आन्दोलन से जुड़े कई वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने भाग लेकर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
लोकनायक जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि पर डॉ एम के मधु ने उनकी विरासत को याद किया। उन्होंने कहा कि जयप्रकाश नारायण दो बड़ी क्रांतियों के महानायक थे, जिनकी सम्पूर्ण क्रांति की अवधारणा आज भी प्रासंगिक है। उनकी इस विजन ने समाज के सबसे दबे-कुचले व्यक्ति को सत्ता के शिखर पर देखने का मकसद रखा था, जो आज भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
डॉ मधु ने आगे कहा कि जयप्रकाश नारायण की सम्पूर्ण क्रांति की परिकल्पना में राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, बौद्धिक, शैक्षणिक और आध्यात्मिक क्रांति शामिल थी, जो समाज के व्यापक परिवर्तन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम थे। उनकी विरासत आज भी प्रेरणा का स्रोत है, जो समाज के लिए काम करने वालों को ऊर्जा और दिशा प्रदान करती है।
लोकनायक जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि समारोह में डॉ एम के मधु ने बिहार सरकार से एक महत्वपूर्ण मांग की। उन्होंने कहा कि जयप्रकाश नारायण की जन्मतिथि, 11 अक्टूबर को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाना चाहिए। यह मांग उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान की, जिसमें प्रो बी के लाल, डॉ देवप्रिया दत्त और सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता सरिता सिन्हा ने भी अपने विचार साझा किए। इस मांग के पीछे उद्देश्य जयप्रकाश नारायण की विरासत और योगदान को सम्मानित करना है।