पुणे न्यूज डेस्क: महाराष्ट्र में जीबीएस (Guillain-Barré Syndrome) के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। पुणे के बाद अब यह दुर्लभ तंत्रिका संबंधी बीमारी पूरे राज्य में फैल रही है। अब तक 184 लोग इस संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं, जिनमें से 6 की मौत हो चुकी है। 89 मरीजों को इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है, लेकिन 47 अभी भी ICU में भर्ती हैं, जबकि 20 की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है।
जीबीएस एक गंभीर तंत्रिका तंत्र विकार है, जिसमें शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता अपने ही तंत्रिका तंतुओं पर हमला करने लगती है। इससे मांसपेशियों में कमजोरी, सुन्नता और कई बार लकवा जैसी स्थिति बन सकती है। डॉक्टरों के अनुसार, इस बीमारी के पीछे किसी वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण की भूमिका हो सकती है। पालघर में एक 16 वर्षीय बच्ची के परिवारवालों का कहना है कि उसने बाहर का खाना खाया था, जिसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ी। ऐसे में चिकित्सकों को आशंका है कि बाहर के खानपान के कारण संक्रमण फैला होगा।
वडाला के रहने वाले एक 53 वर्षीय वार्ड बॉय, जो बीएमसी अस्पताल में काम करते थे, उन्हें 23 जनवरी को नायर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके बेटे ने बताया कि वह एक दिन के लिए पुणे गए थे और लौटने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। जांच के बाद डॉक्टरों ने जीबीएस की पुष्टि की और अब उनकी हालत इतनी गंभीर हो गई है कि उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। उम्र अधिक होने के कारण उनका शरीर तेजी से रिकवर नहीं कर रहा है, इसलिए डॉक्टरों ने इलाज में लंबा समय लगने की संभावना जताई है।