पटना न्यूज डेस्क: बिहार की राजधानी पटना और दानापुर क्षेत्र में सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी (सीएचओ) भर्ती परीक्षा में धांधली को लेकर ईओयू (आर्थिक अपराध इकाई) ने गुरुवार को फिर से छापेमारी की। छह टीमों ने आठ स्थानों पर कार्रवाई की और दानापुर के एक परीक्षा केंद्र से छह कंप्यूटर जब्त किए। जांच में पता चला है कि इन कंप्यूटरों से आशोपुर स्थित ऑनलाइन परीक्षा केंद्र "एकम इवॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड" के चुनिंदा कंप्यूटरों को कंट्रोल किया जा रहा था।
जांच एजेंसियां मास्टरमाइंड रविभूषण और रविशंकर की तलाश में जुटी हुई हैं। 1 दिसंबर को सीएचओ भर्ती परीक्षा में पेपर लीक और नकल का मामला सामने आने के बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। यह परीक्षा 2 और 3 दिसंबर को भी आयोजित होनी थी, लेकिन गड़बड़ी के चलते उसे स्थगित कर दिया गया। मामले में ईओयू को कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं।
जांच में खुलासा हुआ है कि परीक्षा केंद्रों पर नकल के लिए 12 जगहों पर अलग से लीज लाइन का इस्तेमाल किया गया था। आधा दर्जन केंद्रों पर लीज लाइन की मदद से मूल सर्वर के साथ प्रॉक्सी सर्वर को जोड़ा गया था। इस प्रॉक्सी सर्वर के संचालन के लिए लैपटॉप का उपयोग किया गया। अब तक ऐसे तीन लैपटॉप बरामद किए गए हैं, जिनका इस्तेमाल इस गड़बड़ी में हुआ।
परीक्षा के दौरान इन केंद्रों पर लगी लीज लाइन और प्रॉक्सी सर्वर की खास व्यवस्था किसी की नजर में नहीं आई। यहां तक कि परीक्षा से पहले की गई जांच में भी यह गड़बड़ी पकड़ी नहीं जा सकी। ईओयू अब इन तकनीकी गड़बड़ियों और उनसे जुड़े जिम्मेदार लोगों का पता लगाने में जुटी है।