पटना न्यूज डेस्क: बिहार में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है, जिसमें पटना सबसे ज्यादा प्रभावित है। राज्य में अब तक 1726 डेंगू के मरीज सामने आ चुके हैं, जिनमें से 796 मामले सिर्फ पटना में हैं। रविवार को 89 नए केस सामने आए, जिनमें से 40 पटना के हैं। पटना के कंकड़बाग और अजीमाबाद इलाके डेंगू के हॉटस्पॉट बन गए हैं, जहां सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के लिए यह एक बड़ी चुनौती है, जिसे तत्काल नियंत्रित करने की जरूरत है।
डॉ. अशोक कुमार, स्टेट प्रोग्राम ऑफिसर ने चेतावनी दी कि डेंगू से बचाव के लिए यह जरूरी है कि घर और आसपास के क्षेत्र में पानी जमा न होने दिया जाए, क्योंकि डेंगू के मच्छर साफ पानी में पनपते हैं। उन्होंने बताया कि डेंगू के मच्छर दिन में काटते हैं, इसलिए सभी लोगों को सावधानी बरतने और सुरक्षित रहने की सलाह दी गई है। इसके अलावा, राज्य के सभी जिला अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डेंगू की जांच और इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, ताकि मरीजों को समय पर उचित इलाज मिल सके और इस बीमारी को फैलने से रोका जा सके।
सरकार और स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं ताकि लोगों को डेंगू के खतरों के बारे में जानकारी मिले और वे इसके फैलाव को रोकने में मदद कर सकें। लोगों को साफ-सफाई बनाए रखने, पानी जमा न होने देने और मच्छरदानी का इस्तेमाल करने के महत्व के बारे में जानकारी दी जा रही है। इन सरल उपायों को अपनाकर, हम डेंगू के फैलाव को रोक सकते हैं और अपने समुदाय को सुरक्षित रख सकते हैं।