पटना न्यूज डेस्क: पटना के जेपी गंगा पथ में आई दरार को लेकर अब इसकी विस्तृत जांच आईआईटी जैसे विशेषज्ञ संस्थानों से कराई जाएगी। हालांकि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि सड़क संरचना पूरी तरह सुरक्षित है। सोमवार को बिहार राज्य पथ विकास निगम के प्रबंध निदेशक शीर्षत कपिल अशोक ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का निरीक्षण किया और बताया कि दरार दरअसल एक्सपेंशन ज्वाइंट के उभरने की वजह से दिखी, जिसे फिलहाल दुरुस्त कर दिया गया है।
एमडी कपिल अशोक ने बताया कि यह दरार जेपी गंगा पथ के पिलर और संपर्क पथ के बीच मौजूद एक्सपेंशन ज्वाइंट पर आई थी, जो ढलाई से ढका हुआ था। 10 अप्रैल से जब सड़क पर ट्रैफिक शुरू हुआ, तो वाहनों की कंपन के चलते यह ज्वाइंट सतह पर नजर आने लगा। इसे तुरंत भर दिया गया है और किसी भी तरह का क्रैक या स्ट्रक्चरल डैमेज पुल में नहीं पाया गया है।
उन्होंने आश्वस्त किया कि जेपी गंगा पथ पूरी तरह सुरक्षित है और आवागमन भी सामान्य रूप से चल रहा है। फिर भी एहतियात के तौर पर इसकी थर्ड पार्टी जांच कराई जा रही है। आईआईटी समेत कई अन्य तकनीकी संस्थानों से इस संबंध में बातचीत की जा रही है। विभाग पूरी सतर्कता से काम कर रहा है और लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।
वहीं, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं जेपी गंगा पथ का निरीक्षण करेंगे और अधिकारियों से पूरी लिखित रिपोर्ट मांगी गई है। मंत्री ने यह भी कहा कि पूरे मामले पर विभाग की कड़ी नजर बनी हुई है और किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।