पटना न्यूज डेस्क: बिहार की राजधानी पटना स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में बुधवार को केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने छापेमारी की। यह कार्रवाई करीब आठ घंटे तक चली, जिसमें सीबीआई की टीम ने ऑनलाइन कोर्स, कंप्यूटर और फर्नीचर की खरीद में हो रही गड़बड़ियों की जांच की। टीम ने कई जरूरी दस्तावेज अपने साथ ले लिए हैं। हालांकि, अभी तक सीबीआई और आईआईटी प्रशासन की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
सूत्रों के अनुसार, आईआईटी पटना में ऑनलाइन पाठ्यक्रमों और संस्थान में खरीदे गए कंप्यूटर और फर्नीचर को लेकर छात्रों ने शिकायत की थी। बताया जा रहा है कि संस्थान में करोड़ों रुपये के निर्माण कार्यों में भी अनियमितताओं की आशंका जताई गई है। छात्रों ने इस मामले की शिकायत ईमेल के जरिए प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) तक की थी, जिसके बाद केंद्र सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सीबीआई को जांच का जिम्मा सौंपा।
सीबीआई की सात से आठ सदस्यों वाली टीम दोपहर करीब दो बजे बिहटा स्थित आईआईटी कैंपस पहुंची। टीम का नेतृत्व एक डीएसपी रैंक के अधिकारी ने किया। अधिकारियों ने संबंधित फाइलों की मांग की और गहन जांच के बाद कुछ जरूरी कागजात अपने साथ ले गए। टीम ने पूरे परिसर की बारीकी से जांच की और संदेहास्पद दस्तावेजों को खंगाला।
इस मामले पर अभी तक न तो सीबीआई और न ही आईआईटी प्रशासन ने कोई आधिकारिक बयान दिया है। जांच पूरी होने के बाद ही घोटाले से जुड़े तथ्यों की पूरी जानकारी सामने आ सकेगी। फिलहाल, सीबीआई की टीम इस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है और घोटाले के पीछे शामिल लोगों की पहचान की कोशिश कर रही है।