पटना न्यूज डेस्क: बिहार में करीब 42 साल बाद सोमवार को अखिल भारतीय पीठासीन सम्मेलन की शुरुआत हो रही है, जो दो दिवसीय होगा। यह आयोजन पटना विधानसभा के सेंट्रल हॉल में होगा, और इसमें शामिल होने के लिए सभी अतिथि 19 जनवरी को पटना पहुंच चुके हैं। सम्मेलन के 85वें संस्करण में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भी शामिल हैं, जिन्होंने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से राजभवन में शिष्टाचार मुलाकात की।
सम्मेलन में राज्यसभा उपसभापति हरिवंश, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी भी संबोधित करेंगे। इस दौरान बिहार की सांस्कृतिक धरोहर और विकास को दर्शाने वाली एक फिल्म भी दिखायी जाएगी। विमर्श सत्र का आयोजन पुराने विधानसभा भवन में किया जाएगा।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला 20 जनवरी को 'संसदीय पद्धति एवं प्रक्रिया' पुस्तक के आठवें संस्करण का विमोचन करेंगे। इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य संविधान की 75वीं वर्षगांठ और संसद तथा राज्य विधानमंडलों के संवैधानिक मूल्यों को सशक्त बनाने में योगदान को उजागर करना है। सम्मेलन का समापन सत्र 21 जनवरी को होगा, जिसे राज्यपाल और लोकसभा अध्यक्ष संबोधित करेंगे।
21 जनवरी को ही लोकसभा अध्यक्ष बिहार विधानमंडल परिसर में 'नेवा सेवा केंद्र' का उद्घाटन करेंगे। यह सम्मेलन बिहार की ऐतिहासिक और संवैधानिक धरोहर पर चर्चा करने के साथ-साथ राज्य के विकास में विधानमंडलों के योगदान पर भी ध्यान केंद्रित करेगा।