पटना न्यूज डेस्क: पटना में जाम की समस्या और अपराधियों के फरार होने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिसे देखते हुए यातायात पुलिस ने 25 दिसंबर को एक सघन जांच अभियान चलाया। इस अभियान के दौरान पूरे पटना शहर में वाहनों की जांच की गई और करीब 28 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया। इसके साथ ही गलत तरीके से नंबर प्लेट लगाने वाले वाहन चालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई। इसके अलावा, लाइटिंग वाले वाहनों की लाइट भी हटाई गई और ड्रिंक एंड ड्राइव में शामिल छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
अक्सर ऐसी शिकायतें मिलती थीं कि किसी वाहन का नंबर प्लेट अन्य व्यक्ति के वाहन पर लगा हुआ है, जिसके कारण चालान का मैसेज गाड़ी के मालिक को जाता है। इस तरह की घटनाओं के बढ़ने पर ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहान ने यह सघन जांच अभियान चलाया। इस दौरान कई वाहन चालकों पर बिहार सरकार और भारत सरकार का लोगो गलत तरीके से लगाने के आरोप में कार्रवाई की गई। कुल मिलाकर लगभग 2,400 वाहनों पर कार्रवाई की गई और 28 लाख रुपये की वसूली की गई।
यातायात पुलिस ने बताया कि पटना शहर में आए दिन असामाजिक तत्व यातायात नियमों का उल्लंघन कर रहे थे, जिससे जाम और अन्य समस्याएं बढ़ रही थीं। इन घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए 25 दिसंबर को शहरभर में एक जांच अभियान चलाया गया। इस अभियान के दौरान गलत तरीके से लगाए गए 50 साइन बोर्ड और वाहनों की लाइटिंग को हटाया गया और चालान की कार्रवाई की गई।
ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहान ने जनता से अपील की है कि वे यातायात नियमों का पालन करें और अपनी गाड़ियों पर गलत तरीके से साइन बोर्ड और लाइटिंग का इस्तेमाल न करें। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कोई व्यक्ति नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि सघन जांच अभियान भविष्य में भी जारी रहेगा ताकि शहर में यातायात व्यवस्था सुचारू बनी रहे।
इस सघन जांच अभियान ने यह साबित कर दिया कि पटना में यातायात नियमों का उल्लंघन सहन नहीं किया जाएगा। अब शहरवासियों को यह उम्मीद है कि इस तरह की कार्रवाई से अपराधों में कमी आएगी और यातायात व्यवस्था में सुधार होगा।