पटना न्यूज डेस्क: पटना के आलमगंज थाना क्षेत्र के वार्ड-53 में शनिवार को महात्मा गांधी सेतु के नीचे बसे गरीबों की झुग्गी-झोपड़ियों पर बुलडोज़र चला, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। प्रशासन के आदेश पर भारी पुलिस बल की मौजूदगी में अधिकारियों ने 98 झोपड़ियों को अतिक्रमण मानते हुए हटा दिया। इस कार्रवाई के दौरान पुरुष, महिलाएं और बच्चे अपने सामान समेटने की कोशिश में जुटे रहे। हर तरफ चीख-पुकार और भावुक माहौल था।
प्रशासन का कहना है कि यहां सड़क और अन्य निर्माण कार्य होना है, इसलिए अतिक्रमण हटाना जरूरी था। कार्रवाई की निगरानी अनुमंडलाधिकारी सत्यम सहाय कर रहे थे, जबकि दंडाधिकारी सुनील कुमार और निगम के अतिक्रमण प्रभारी मौके पर मौजूद थे। इस दौरान जेसीबी, टीपर, हाईवा समेत भारी मशीनरी और करीब 40 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की टीम तैनात रही।
कई बुजुर्गों और परिवारों ने प्रशासन से हाथ जोड़ कर गुहार लगाई कि वे दशकों से यहां रह रहे हैं और उनकी चौथी पीढ़ी भी यहीं पली-बढ़ी है। एक महिला ने बताया कि उनके पूर्वज इंदिरा गांधी के जमाने से इस पुल के नीचे रह रहे हैं, लेकिन आज उन्हें फिर से उजाड़ दिया गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि उनके पास वोटर आईडी, राशन कार्ड सब कुछ है, फिर भी आज तक सरकार ने न तो जमीन दी, न ही कोई पक्का मकान। उनका आरोप है कि उन्हें केवल वोटर की तरह देखा गया, इंसान की तरह नहीं।