पटना न्यूज डेस्क: पटना पुलिस ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर ठगी और मौका मिलने पर पिस्टल दिखाकर लूटपाट करने वाले गिरोह के तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह पुलिस के निशाने पर तब आया, जब हाल ही में एसके पुरी थाना क्षेत्र के शिवपुरी में एक युवक से पिस्टल दिखाकर 17 हजार रुपये की लूटपाट की घटना सामने आई थी। पीड़ित अमर कुमार ने इस घटना की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद एसके पुरी थाने की पुलिस ने मामले की जांच शुरू की।
पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों - सहरसा के बिहरा निवासी रीतन कुमार, धनरुआ के नितीश कुमार और वैशाली के लालगंज निवासी अरविंद कुमार को गिरफ्तार किया है। इनके पास से दो बाइक, जिन पर पुलिस का स्टीकर लगा था, दो पिस्टल, एक कट्टा, सेना की वर्दी, नेम प्लेट, सीबीआई का नकली परिचय पत्र और ब्लैंक चेक भी बरामद हुए हैं। रीतन के खिलाफ दीदारगंज और दरभंगा, नितीश के खिलाफ धनरुआ और दीदारगंज, और अरविंद के खिलाफ दीदारगंज और बेऊर थाने में भी केस दर्ज हैं।
पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी के लिए सचिवालय डीएसपी-2 साकेत के निर्देश पर एसके पुरी थानेदार के नेतृत्व में 13 सदस्यीय टीम का गठन किया था। सीसीटीएनएस से जुड़े कैमरों की मदद से घटना में इस्तेमाल अपाचे बाइक का मूवमेंट ट्रेस किया गया। शनिवार की देर रात, पुलिस ने गांधी मैदान से चिरैयाटांड पुल के पास नितीश को गिरफ्तार किया, जो तीन लाख रुपये लूट की फिराक में था। उसकी निशानदेही पर रीतन और अरविंद को भी गिरफ्तार कर लिया गया। गिरोह पटना में किराये के कमरे में रहकर लोगों को चेकिंग के नाम पर रोककर ठगी करता था। अरविंद खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर फर्जी आईडी दिखाता था और ठगी में कामयाब नहीं होने पर पिस्टल से डराकर लूटपाट करता था। फिलहाल, गिरोह के दो अन्य फरार सदस्यों की तलाश जारी है।