पुणे न्यूज डेस्क: पिछले साल पुणे हाफ मैराथन में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए खिताब जीतने वाले प्रधान विलास किरुलाकर को एथलेटिक्स इंटीग्रिटी इकाई (एआईयू) ने डोप टेस्ट में विफल होने के बाद अस्थायी निलंबित कर दिया है। दिसंबर 2024 में उन्होंने एक घंटे, चार मिनट और 22 सेकंड में मैराथन जीतकर अपनी काबिलियत साबित की थी, लेकिन हाल ही में उनके डोपिंग नमूने में प्रदर्शन बढ़ाने वाली ड्रग मेल्डोनियम का पॉजिटिव परिणाम आया।
एआईयू ने उनके डोप नमूने में प्रतिबंधित पदार्थ मेल्डोनियम की मौजूदगी के आधार पर आरोप नोटिस जारी किया है (अनुच्छेद 2.1 और 2.2 के अंतर्गत)। यह जांच इस बात की पुष्टि करती है कि किरुलाकर ने अपने प्रदर्शन को बढ़ावा देने के लिए निषिद्ध दवा का उपयोग किया था, जिसके कारण उन्हें अस्थायी निलंबन की सजा मिली है।
एआईयू विश्व एथलेटिक्स की स्वतंत्र एजेंसी है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों के लिए डोपिंग रोधी कार्यक्रम का प्रबंधन करती है। इस मामले को टेनिस स्टार मारिया शारापोवा के 2016 में मेल्डोनियम पॉजिटिव मामले से जोड़ा जा सकता है, जिसके बाद उन्हें निलंबित किया गया था। साथ ही, पिछले महीने एआईयू ने भारतीय लंबी दूरी की धावक माधुरी काल को प्रतिबंधित पदार्थ मेफेन्टरमाइन के उपयोग के लिए अस्थायी निलंबित करने की घोषणा की थी।