पटना न्यूज डेस्क: पटना का जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा अब पूरी तरह से नए और मॉडर्न लुक में नजर आने लगा है। पुराने ढांचे को हटाया जा चुका है और नया टर्मिनल भवन बनकर लगभग तैयार है। फिलहाल सिर्फ फिनिशिंग का काम बचा है। नया एयरपोर्ट अब पहले से कई गुना बड़ा, सुंदर और तकनीकी रूप से अधिक सक्षम दिखाई दे रहा है।
करीब 1400 करोड़ रुपये की लागत से बने इस नए टर्मिनल के चालू होने के बाद एयरपोर्ट की क्षमता में जबरदस्त बढ़ोतरी होगी। जहां पहले सालाना 25 लाख यात्री ही यात्रा कर सकते थे, वहीं अब यह आंकड़ा बढ़कर 1 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है। नए टर्मिनल भवन में जी+1 का स्ट्रक्चर है, जिसमें ग्राउंड फ्लोर पर अराइवल और फर्स्ट फ्लोर पर डिपार्चर की व्यवस्था की गई है।
यात्रियों की सुविधा के लिए एयरपोर्ट पर 5 एंट्री गेट, 4 एग्जिट गेट और 64 चेक-इन काउंटर बनाए गए हैं, जिससे भीड़भाड़ और लंबी कतारों से बचा जा सके। इसके अलावा, 5 एयरोब्रिज की व्यवस्था की गई है जिससे यात्री सीधे फर्स्ट फ्लोर से विमान में चढ़ सकेंगे। चार मंजिला मल्टी लेवल पार्किंग भी तैयार है, जिसमें 750 गाड़ियों के पार्किंग की सुविधा है और यह सीधे डिपार्चर एरिया से जुड़ा हुआ है।
टर्मिनल भवन शुरू होते ही विमानों की पार्किंग क्षमता भी दोगुनी हो जाएगी। अभी जहां एक साथ 5 विमानों की पार्किंग होती है, वहीं अब 11 विमानों की व्यवस्था हो जाएगी। फ्लाइट ऑपरेशन की संख्या 34 से बढ़कर 75 हो जाने की संभावना है। इतना ही नहीं, वेटिंग एरिया, लाउंज और अन्य सुविधाएं भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की होंगी, जिससे यात्रियों को बेहतर अनुभव मिलेगा।
पटना एयरपोर्ट को बिहार की सांस्कृतिक झलक से भी जोड़ा गया है। टर्मिनल के अंदर की दीवारों पर छठ पूजा की कलाकृतियां और बिहार की परंपराओं को दर्शाती 3D पेंटिंग लगाई गई हैं। इसका उद्देश्य यात्रियों को राज्य की विरासत से परिचित कराना है और एयरपोर्ट को केवल ट्रैवल हब नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक अनुभव बनाना है।