पटना न्यूज डेस्क: नेपाल में सोशल मीडिया पर रोक और हालिया हिंसक प्रदर्शनों के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। युवाओं (जेन जेड) के आंदोलनों के चलते नेपाल में सेना का शासन है और इंटरनेट सेवा बंद होने से बिहार में रह रहे लोग अपने स्वजनों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। हिंसक प्रदर्शन और अनिश्चित परिस्थितियों ने लोगों की चिंता और बढ़ा दी है।
पटना के कई बड़े उद्योगपति नेपाल में निवेश कर रहे हैं। सीमेंट, स्टील, होटल और रेस्टोरेंट जैसे क्षेत्रों में बिहार से निवेश है। बिहार चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष सुभाष पटवारी ने बताया कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध लंबे समय से मजबूत हैं, लेकिन अब हालिया घटनाक्रम ने निवेशकों में असमंजस पैदा कर दिया है। बीआइए के पूर्व अध्यक्ष रामलाल खेतान ने कहा कि भारत और नेपाल के बीच सदियों से बेटी-रोटी का रिश्ता रहा है, जो उद्योगपतियों के कारोबार के लिए सहायक रहा है।
हालांकि हाल की हिंसा और प्रदर्शन के कारण पटना से नेपाल के लिए संचालित बस सेवाएं अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई हैं। विशेषकर पटना-काठमांडू और पटना-जनकपुर मार्ग की बस सेवाओं पर असर पड़ा है। बिहार स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (बीएसआरटीसी) ने यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया है।
बीएसआरटीसी अधिकारियों ने बताया कि पटना-काठमांडू बस सेवा पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के बीच लोकप्रिय है, लेकिन वर्तमान में यात्रा जोखिम भरी हो सकती है। पहले से टिकट बुक कर चुके यात्रियों को रिफंड या वैकल्पिक तारीख के विकल्प दिए जा रहे हैं। अभी स्थिति सामान्य होने तक यात्रा स्थगित करने की सलाह दी जा रही है।