पटना न्यूज डेस्क: बिहार चुनाव 2025 के दौरान, पीएम मोदी की सरकार ने पटना-पूरनिया एक्सप्रेसवे को राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे का दर्जा दिया है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने नोटिफिकेशन जारी किया है, जिसमें इसे National Expressway-9 का नाम दिया गया है। यह बिहार का पहला ऐसा एक्सप्रेसवे होगा, जो राज्य के भीतर यात्रा को आसान और तेज़ बनाएगा।
सड़क निर्माण मंत्री नितिन नबिन ने सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह पटना-पूरनिया एक्सप्रेसवे को राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे का दर्जा मिलने का गर्व का पल है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना की शुरुआत से ही काम तेजी से चल रहा है और राज्य सरकार केंद्रीय सरकार को समय पर पूरा करने के लिए सभी जरूरी मदद दे रही है। नितिन नबिन बैंकिपुर विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं।
बिहार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने कहा कि यह परियोजना राज्य की सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर को नई दिशा देगी। पूरा होने के बाद पटना से पूरनिया का सफर सिर्फ 3 घंटे में पूरा होगा और सीमांचल क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे का दर्जा बिहार के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि है।
यह 250 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे मिरनार अरेजी (हाजीपुर) से शुरू होकर नरहरपुर, हरलोचनपुर, बजिदपुर, सरौनजा, रसना, प्रौरा और फतेहपुर से होकर पूरनिया जिले में हंसदा पर NH-27 से जुड़ेगा। परियोजना में 21 बड़े पुल, 140 छोटे पुल, 11 रेलवे ओवरब्रिज, 21 इंटरचेंज और 322 अंडरपास बनाये जा रहे हैं। कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए समस्तीपुर, सहरसा और मधेपुरा जिलों से अलग रास्ते भी बनाए जाएंगे। 29 ब्लॉकों में 6 जिलों के 250 से अधिक गांवों में जमीन अधिग्रहण चल रहा है और अधिग्रहण पूरा होते ही निर्माण शुरू होगा।