पटना न्यूज डेस्क: साइबर अपराधियों की चालाकियों को लेकर भले ही बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हों, लेकिन इनके झांसे में लोग अब भी फंस जा रहे हैं। अनजान कॉल और लिंक से लोग सतर्क हो चुके हैं, फिर भी अपराधी नई तरकीबों से लोगों को जाल में फंसा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला झारखंड की राजधानी रांची में सामने आया, जहां डिजिटल अरेस्ट की धमकी देकर एक व्यक्ति से 59 लाख रुपये की ठगी की गई।
इस गंभीर मामले में रांची की साइबर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो साइबर अपराधियों को पटना से गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, इन दोनों ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर व्हाट्सएप कॉल के जरिये एक आम व्यक्ति को मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने की धमकी दी और डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर 59,44,307 रुपये ठग लिए। यह मामला 28 मार्च 2025 को रांची के साइबर थाना में दर्ज किया गया था।
पुलिस जांच के दौरान पता चला कि आरोपियों अजय कुमार सिन्हा और सौरभ शेखर ने ‘महिला एवं ग्रामीण विकास कल्याण समिति’ के नाम पर एचडीएफसी बैंक में खाता खुलवाया था। ठगी की पूरी रकम इसी खाते में ट्रांसफर करवाई गई थी। समाज सेवा के नाम पर चलाए जा रहे इस खाते के जरिए ठगी के पैसों को वैध दिखाने की कोशिश की गई।
इस खाते को लेकर राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्ट पोर्टल पर कई राज्यों – झारखंड, महाराष्ट्र, पुडुचेरी, उत्तराखंड और बिहार – से कुल 7 शिकायतें पहले ही दर्ज हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि सिर्फ एक ही दिन में इस खाते में कुल 1 करोड़ 47 लाख 95 हजार 307 रुपये ट्रांसफर किए गए थे। पुलिस इस नेटवर्क से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है।