पटना न्यूज डेस्क: बिहार की राजधानी पटना में जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह इन दिनों अधिकारियों की लापरवाही पर सख्त नजर रखे हुए हैं। उन्होंने पटना जिले के चार अधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए लोक शिकायत निवारण में कोताही बरतने वालों को दंडित किया है। फुलवारीशरीफ और घोसवरी के अंचल अधिकारियों (सीओ) पर जुर्माना लगाया गया है और उनसे जवाब तलब किया गया है। इसके साथ ही मसौढ़ी थानाध्यक्ष की सुनवाई से गैरमौजूदगी को गंभीरता से लेते हुए उनसे भी जवाब मांगा गया है।
जानकारी के अनुसार, फुलवारी शरीफ निवासी अमोद बिहारी सिन्हा ने दाखिल-खारिज से जुड़ी शिकायत 11 नवंबर 2024 को की थी, लेकिन छह महीने बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। जांच में पाया गया कि मामला अंचल अधिकारी के स्तर पर लंबित था। इसी कारण डीएम ने आर्थिक दंड लगाते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया। इसी तरह, घोसवरी के कांकायन निवासी मुरारी मोहन की शिकायत पर भी समय पर कार्रवाई नहीं हुई थी, जिस पर डीएम ने सीओ को दंडित किया है।
वहीं विक्रम प्रखंड में दाखिल-खारिज से जुड़ा एक और मामला सामने आया, जिसमें पीड़ित ने दूसरी बार अपील की थी। लेकिन पांच महीने बीत जाने के बावजूद दानापुर के अंचल अधिकारी ने कोई पहल नहीं की। इसे गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने संबंधित सीओ से भी स्पष्टीकरण मांगा है और उन्हें अगली सुनवाई में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने का निर्देश दिया है। प्रशासन का यह सख्त रुख यह संकेत देता है कि अब अधिकारी की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।