मुंबई, 30 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन की पार्किंग में भीषण आग लग गई। 200 वाहन जलकर राख हो गए। 90 मिनट तक बाइक की टंकिया फटती रहीं। धमाके की आवाज से रेलवे स्टेशन में भगदड़ मच गई। यात्री इधर-उधर भागने लगे। सूचना पर फायर ब्रिगेड की 6 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तड़के आग पर काबू पाया गया। पार्किंग में रात 1:30 बजे आग लगी। आशंका है कि शॉर्ट सर्किट से हादसा हुआ। रेलवे ने घटना की जांच के लिए टीम बना दी है। कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या एक के बाहर दोपहिया वाहनों की पार्किंग है। इसमें 200 से अधिक बाइक खड़ी थी। एक बाइक में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। बाइक जलने लगी तो पार्किंग संचालक और आसपास के लोगों ने तुरंत पानी डालकर आग बुझा दी। जिस बाइक में आग लगी थी उसका सीट कवर फिर सुलग उठा। पार्किंग संचालक सो रहा था। आग ने धीरे-धीरे विकराल रूप ले लिया। तेज आवाज के साथ बाइकों की टंकियां फटने लगीं तो हड़कंप मच गया। पार्किंग संचालक ने पुलिस कंट्रोल रूम समेत जीआरपी-आरपीएफ को फोन किया और आग बुझाने में जुट गया।
वहीं, लपटें उठती देख यात्री दौड़कर पहुंचे। आग इतनी विकराल थी कि कोई भी आगे जाने की हिम्मत नहीं जुटा सका। देखते ही देखते करीब 200 बाइक जलने लगी और तेज धमाके साथ आग और धुएं का गुबार स्टेशन पर छा गया। रात करीब दो बजे दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। इस बार सभी बाइक को अलग-अलग चेक करके आग बुझाई गई। पेट्रोल होने के चलते आग बुझाने में फायर बिग्रेड को काफी दिक्कत हुई। रात 3 बजे तक दमकल टीम ने रेस्क्यू पूरा किया। बताया गया कि वाहन पार्किंग की क्षमता करीब 400 की है और उस समय 300 बाइक पार्किंग में थीं। कुछ बाइकें चपेट में आने से बच गईं लेकिन 200 से अधिक बाइक पूरी तरह जलकर राख हो गई।
इसमें रेल कर्मचारियों की भी बाइक थी, जो हादसे में जल गई। रेल कर्मचारियों ने पार्किंग संचालक पर वाहनों से पेट्रोल चोरी का आरोप लगाया। कहा- बाइक से पेट्रोल चुराते समय आग लगी होगी। पार्किंग से अक्सर तेल चोरी की शिकायत की जाती थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। संभव है कि तेल चोरी के दौरान ही आग लगी हो। मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। सीओ जीआरपी कुंवर प्रभात सिंह ने बताया, पार्किंग में शार्ट सर्किट से आग लगी। लगभग 200 गाड़ियों के पूरी तरह जलने की बात सामने आई है। आग की चपेट में आए सर्वाधिक वाहन रेलकर्मियों के थे, वहीं अन्य कारणों का पता लगाया जा रहा है। साथ ही, कैंट रेलवे स्टेशन पर कर्मचारियों के लिए बनी इस पार्किंग का किसी को प्राइवेट ठेका नहीं दिया गया था। इसमें रेलवे द्वारा एक गार्ड की ड्यूटी लगाई गई है। कल देर रात कैसे आग लगी इस बारे में जांच की जा रही। रेलवे अपने भी नुकसान का आकलन कर रहा है। वहीं जिन एम्पलाई की गाड़ी जली है वो भी अब स्टेशन पहुंच रहे हैं।