पटना न्यूज डेस्क: मौसम में अचानक बदलाव ने लोगों के स्वास्थ्य पर असर बढ़ा दिया है। दिन में हल्की धूप और रात में ठंडी हवाओं के बीच तापमान का उतार-चढ़ाव बच्चों में सर्दी–खांसी और बुखार जैसी बीमारियों को बढ़ा रहा है। वहीं वयस्क और बुजुर्ग ब्रेन हेमरेज और हृदयाघात जैसी गंभीर समस्याओं के शिकार हो रहे हैं।
राजधानी के प्रमुख अस्पतालों में इस समय 36 से अधिक ब्रेन हेमरेज के मरीज भर्ती हैं। इनमें 25 मरीज आईजीआईएमएस में हैं, जबकि बाकी पीएमसीएच और एम्स पटना में भर्ती हैं। चिकित्सकों के अनुसार, पिछले एक सप्ताह में चार मरीजों की मौत भी हो चुकी है।
डा. मनीष मंडल (आईजीआईएमएस) ने बताया कि पहले ब्रेन हेमरेज मुख्य रूप से 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में होता था, लेकिन अब 35-40 साल के युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। डॉ. विकास कुमार झा (एम्स) और डॉ. रोहित कुमार (पीएमसीएच) ने बताया कि ठंडे मौसम में धमनियां सिकुड़ जाती हैं और खून गाढ़ा हो जाता है, जिससे थक्का बनने का खतरा बढ़ जाता है। यही ब्रेन हेमरेज और हार्ट अटैक का मुख्य कारण बनता है।
चिकित्सकों का कहना है कि अधिकतर मरीज पहले से हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज या हृदय रोग जैसी पुरानी बीमारियों से ग्रसित हैं। तेज सिरदर्द, उल्टी, कमजोरी, बोलने में कठिनाई, दृष्टि धुंधला या शरीर के किसी हिस्से में सुन्नपन जैसे लक्षण मिलने पर तुरंत अस्पताल जाएं। डॉ. अभय कुमार (आईजीआईएमएस) ने बताया कि मौसम के इस उतार-चढ़ाव में हाइड्रेटेड रहें, संतुलित आहार लें और तनाव से बचें। हाई ब्लड प्रेशर वाले मरीज दवा केवल डॉक्टर की सलाह अनुसार लें और नियमित जांच कराएं।