पटना न्यूज डेस्क: पटना के बेऊर जेल में आज का दिन कुछ खास था, क्योंकि रक्षाबंधन के मौके पर यहां भाई-बहन का अनोखा मिलन देखने को मिला। सुबह से ही बहनों की लंबी कतारें लगी रहीं, जो अपने बंदी भाइयों को राखी बांधने के लिए आई थीं। इस मौके पर चारों तरफ भावनाओं का माहौल था — किसी के चेहरे पर मुस्कान, तो किसी की आंखों में नमी।
इस बार सुरक्षा कारणों से जेल प्रशासन ने खास इंतजाम किए थे। पहले की तरह मुलाकात कक्ष में नहीं, बल्कि मुख्य गेट पर ही राखी बांधने की अनुमति दी गई। इससे एक ओर सुरक्षा पुख्ता हुई, तो दूसरी ओर मुलाकात का समय भी सीमित रहा। फिर भी, भाई-बहन के रिश्ते की डोर इतनी मजबूत थी कि यह बदलाव उनकी खुशी में कोई कमी नहीं ला सका।
दूर-दराज से आई बहनों ने घंटों कतार में इंतजार किया, सिर्फ इस उम्मीद में कि वे अपने भाई की कलाई पर राखी बांध सकें। कई बहनों ने कहा कि भले ही गेट पर से राखी बांधना आसान नहीं था, लेकिन इस पल की खुशी इतनी बड़ी थी कि सारी मुश्किलें छोटी लगने लगीं।
त्योहार के इस मौके ने जेल की दीवारों के बीच भी प्रेम और अपनापन का रंग भर दिया। रक्षाबंधन ने एक बार फिर साबित कर दिया कि चाहे कितनी भी रुकावटें हों, भाई-बहन के रिश्ते की मिठास और मजबूती को कोई नहीं तोड़ सकता।