पटना न्यूज डेस्क: मुहर्रम का पर्व इस बार 6 जुलाई को मनाया जाएगा, जिसे देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर व्यापक तैयारी शुरू कर दी है। जिलेभर के 550 स्थानों पर पुलिस बल के साथ दंडाधिकारी तैनात किए जाएंगे। सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में संवेदनशील स्थलों पर सतर्कता बढ़ाने और दंडाधिकारियों की नियुक्ति करने का निर्देश दिया गया है। थानाध्यक्षों को मुहर्रम समितियों से लगातार समन्वय बनाए रखने की जिम्मेदारी दी गई है।
प्रशासन ने साफ किया है कि बिना अनुमति के किसी भी तरह के जुलूस की इजाजत नहीं दी जाएगी। जुलूस केवल निर्धारित मार्गों से ही निकाले जाएंगे और उनकी निगरानी ड्रोन, सीसीटीवी कैमरों और वीडियोग्राफी के माध्यम से की जाएगी। यह दिशा-निर्देश सोमवार को जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम और वरीय पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय के. शर्मा द्वारा आयोजित शांति समिति की बैठक में दिए गए।
जिलाधिकारी ने अफवाहों और असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए विशेष सतर्कता बरतने को कहा है। सोशल मीडिया पर नज़र रखने के लिए इंटरनेट मीडिया मॉनिटरिंग सेल को सक्रिय किया जाएगा। किसी भी तरह की गलत जानकारी फैलने पर तत्काल खंडन करने का निर्देश भी दिया गया है। साथ ही, ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों, चिकित्सकों, और अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा गया है।
आपात स्थिति में ‘डायल 112’ का प्रभावी उपयोग करने की सलाह दी गई है। सोमवार को आयोजित बैठक में सभी एसडीओ, एसडीपीओ, सिविल सर्जन, विद्युत विभाग, अग्निशमन, नगर निकाय और यातायात से जुड़े अधिकारियों को तैयारियों की समीक्षा के साथ जिम्मेदारियों का स्पष्ट बंटवारा किया गया। सभी थाना क्षेत्रों में 24 घंटे गश्ती और सतर्क निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं।