पटना न्यूज डेस्क: पटना मेट्रो का सपना अब हकीकत बनने के करीब है। हाल ही में कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेल सेफ्टी, जनक कुमार गर्ग ने डिपो, स्टेशन और ट्रेन की बारीकी से जांच की। इस दौरान ट्रेन को 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रैक पर दौड़ाकर उसका ट्रायल भी किया गया। जांच में यात्री सुरक्षा, ट्रेन की स्पीड, सिग्नल और स्टेशन पर रुकने-चलने जैसी अहम तकनीकी बातों को परखा गया।
जांच टीम ने प्रायोरिटी कॉरिडोर के शुरुआती तीन स्टेशन—आईएसबीटी, जीरोमाइल और भूतनाथ—का भी निरीक्षण किया। टीम को मेट्रो लगभग तैयार नजर आई, हालांकि कुछ छोटी खामियां भी मिलीं। आईएसबीटी स्टेशन पर कुछ अधूरे काम देखे गए, जिन्हें दुरुस्त करने के लिए एक हफ्ते का समय दिया गया है। इन खामियों के दूर होते ही उद्घाटन की तारीख तय होगी।
सूत्रों के मुताबिक, अगर सबकुछ समय पर पूरा हो गया तो 29 सितंबर, नवरात्रि की सप्तमी तिथि को पटना मेट्रो का शुभारंभ संभव है। फिलहाल पीएमओ की मंजूरी का इंतजार है। माना जा रहा है कि माता रानी का पट खुलते ही पटना मेट्रो के दरवाजे भी यात्रियों के लिए खुल जाएंगे। जांच टीम ने पीएमआरसीएल के साथ हाई लेवल रिव्यू मीटिंग भी की और सुझाव दिया कि अप-डाउन लाइन पर परिचालन के लिए एक और मेट्रो ट्रेन सेट मंगाना जरूरी होगा।
मेट्रो का किराया भी तय हो चुका है। न्यूनतम किराया 15 रुपये और अधिकतम 30 रुपये रखा गया है। शुरुआती दिनों में तीन स्टेशनों—न्यू आईएसबीटी, जीरो माइल और भूतनाथ—पर ही सेवा शुरू होगी, क्योंकि खेमनीचक और मलाही पकड़ी तक काम अभी बाकी है। हालांकि, साल के अंत तक भूतनाथ से मलाही पकड़ी तक मेट्रो चलने लगेगी।