पटना न्यूज डेस्क: प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर गंगा स्नान के लिए यात्रियों की भीड़ ने पटना जंक्शन पर भारी अफरा-तफरी मचा दी। सोमवार शाम पटना जंक्शन, राजेंद्र नगर टर्मिनल और दानापुर समेत अन्य स्टेशनों पर यात्रियों का जमावड़ा लग गया। कन्फर्म टिकट होने के बावजूद कई यात्री अपनी ट्रेन नहीं पकड़ पाए। भीड़ प्रबंधन की कमी के कारण प्लेटफॉर्म पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई, जिससे कई यात्रियों की ट्रेन छूट गई।
प्लेटफॉर्म-4, 5 और 6 पर विक्रमशिला, पूर्वा, मगध और संपूर्ण क्रांति जैसी प्रमुख ट्रेनों में भारी भीड़ देखने को मिली। एसी से लेकर स्लीपर बोगियों तक यात्रियों को चढ़ने का मौका नहीं मिला। कई यात्रियों ने आरोप लगाया कि ट्रेन की बोगियों पर पहले से ही कब्जा कर लिया गया था। टिकट वाले यात्री गेट खुलवाने की कोशिश करते रहे, लेकिन अंदर से बंद गेट के कारण ट्रेन में चढ़ने में असमर्थ रहे।
स्टेशन डायरेक्टर के कार्यालय तक गुस्साए यात्री पहुंच गए और हंगामा किया। यात्रियों ने आरोप लगाया कि कुंभ के दौरान भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए रेलवे प्रशासन ने पर्याप्त इंतजाम नहीं किए। संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस के पटना पहुंचते ही यात्रियों ने बोगियों में कब्जा कर लिया, जिससे अन्य यात्रियों के लिए कोई जगह नहीं बची।
ट्रेनों की लेटलतीफी ने भी यात्रियों की परेशानी बढ़ा दी। सोमवार को 16 ट्रेनों के देरी से आने की खबर है। सबसे अधिक देर विक्रमशिला एक्सप्रेस हुई, जो 4 घंटे की देरी से पहुंची। अन्य ट्रेनों जैसे तेजस राजधानी, संपूर्ण क्रांति, मगध और ब्रह्मपुत्र मेल भी 30 मिनट से लेकर 2 घंटे तक देरी से आईं। लेटलतीफी की वजह से स्टेशन के विभिन्न प्लेटफॉर्मों पर यात्रियों की भीड़ और बढ़ गई।
यात्रियों ने बताया कि भीड़ प्रबंधन पूरी तरह फेल रहा। पूर्वा और विक्रमशिला जैसी ट्रेनों में चढ़ने के लिए यात्रियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। मौनी अमावस्या पर प्रयागराज में स्नान को लेकर उमड़ी भीड़ के कारण पटना स्टेशन पर अव्यवस्था का माहौल बना रहा। रेलवे प्रशासन ने कहा कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त प्रबंध किए जा रहे हैं।