पटना न्यूज डेस्क: दिल्ली, पटना और भोपाल जैसे बड़े शहरों में मंगलवार को हुई मूसलधार बारिश ने लोगों की दिनचर्या पूरी तरह बिगाड़ दी। राजधानी दिल्ली में सुबह के समय ऑफिस जाने वाले लोगों को जलजमाव और भारी ट्रैफिक जाम से जूझना पड़ा। आईटीओ, धौला कुआं, लाजपत नगर, रोहिणी और आरके पुरम जैसे प्रमुख इलाकों की सड़कें पानी से लबालब हो गईं। कहीं गाड़ियां बंद पड़ी थीं तो कहीं लोग बाइक और पैदल जलमग्न रास्तों से गुजरते दिखे। यही हाल पंचकुइयां रोड और पुल प्रह्लादपुर का भी रहा, जहां आवाजाही ठप हो गई।
भारतीय मौसम विभाग ने राजधानी में मध्यम से भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है और कुछ हिस्सों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग ने बताया कि 3 अगस्त तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा, साथ ही बिजली चमकने और 30-40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने की भी चेतावनी दी गई है। दिल्ली एनसीआर में अलर्ट के बाद नगर निगम और अन्य एजेंसियों को चौकन्ना रहने को कहा गया है, लेकिन हालात बता रहे हैं कि व्यवस्थाएं नाकाफी हैं।
उधर, बिहार की राजधानी पटना में भी हालात कम चिंताजनक नहीं हैं। सोमवार के बाद मंगलवार को भी जबरदस्त बारिश हुई और शहर के 150 से अधिक मोहल्ले जलजमाव की चपेट में आ गए। बोरिंग रोड, पटना जंक्शन और सहयोग अस्पताल जैसे इलाकों में सड़कों से लेकर अस्पताल परिसरों तक में पानी भर गया। सहयोग अस्पताल का एक वीडियो वायरल हो गया, जिसमें परिजन एक मरीज को पानी में डूबे परिसर से स्ट्रेचर पर निकालते दिखे। मरीजों और तीमारदारों की हालत बेहद दयनीय रही।
स्थानीय लोगों का कहना है कि खराब ड्रेनेज सिस्टम और साफ-सफाई की कमी के कारण हालात हर साल बारिश में बिगड़ते हैं। नालों की सफाई समय से नहीं होती और सड़कों की खुदाई बारिश में जल निकासी को और बाधित कर रही है। शहर की सड़कों का हाल ऐसा हो गया है कि कहीं सड़क नजर नहीं आती, सिर्फ पानी का समंदर दिखता है।