पटना न्यूज डेस्क: बिहार में लगातार हो रही बारिश और नदियों में बढ़ते जलस्तर ने बाढ़ का खतरा और गहरा दिया है। गंगा समेत छह प्रमुख नदियां खतरे के निशान के करीब पहुंच गई हैं, जबकि कई नदियां पहले ही चेतावनी स्तर पार कर चुकी हैं। पटना, गोपालगंज, सीतामढ़ी, सुपौल और खगड़िया जैसे जिलों में हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं। कई निचले इलाकों में पानी भरने से लोगों को पलायन करना पड़ रहा है।
पटना के गांधी घाट पर गंगा खतरे के निशान को पार कर गई है और दीघा घाट, दानापुर, धनरुआ जैसे इलाकों में बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है। गंडक, बागमती और कोसी जैसी नदियों में लगातार जलस्तर बढ़ रहा है। वहीं, खगड़िया के बलतारा और सुपौल के बसुआ में भी कोसी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। जल संसाधन विभाग की टीमें दिन-रात हालात पर नजर रखे हुए हैं।
जहानाबाद और नालंदा में भी हालात चिंताजनक बने हुए हैं। तटबंधों में सीपेज रोकने की कोशिशों के बावजूद कई स्थानों पर बांध टूटने की घटनाएं सामने आई हैं। झारखंड से पानी छोड़े जाने और लगातार बारिश के चलते फल्गू नदी समेत कई छोटी-बड़ी नदियां उफान पर हैं। मुख्य सड़कों पर पानी बहने लगा है और लोग सुरक्षित स्थानों की ओर जा रहे हैं।
बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने NDRF और SDRF को अलर्ट कर दिया है। भागलपुर में गंगा का जलस्तर अब हर घंटे तीन सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा है, जिससे दहशत का माहौल है। सरकार ने लोगों से सतर्क रहने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की है।