पटना न्यूज डेस्क: विधानसभा चुनाव को लेकर जिले में लागू आदर्श आचार संहिता का सख्ती से पालन कराने के लिए प्रशासन ने रविवार को बड़ी कार्रवाई की। जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम के निर्देश पर पूरे जिले में वाहनों की सघन जांच अभियान चलाया गया। इस दौरान आचार संहिता उल्लंघन के आरोप में 23 वाहनों को जब्त किया गया और छह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। जिलाधिकारी ने साफ कहा कि किसी भी कीमत पर आचार संहिता का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
रविवार को डीएम ने एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा और सभी अनुमंडल पदाधिकारियों के साथ बैठक कर मतदान की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था भंग करने वालों से सख्ती से निपटा जाए। साथ ही असामाजिक और आपराधिक तत्वों पर नजर रखी जाए। डीएम ने भू-माफिया, शराब माफिया और अन्य आपराधिक गिरोहों पर भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धाराओं के तहत निरोधात्मक कार्रवाई करने का आदेश दिया। जिन लोगों ने अब तक अपने हथियार जमा नहीं किए हैं, उनसे तत्काल हथियार जमा कराने के निर्देश भी दिए गए।
प्रशासन ने राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों को चेताया है कि अगर किसी ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने यह भी कहा कि चुनाव के दौरान अवैध रूप से इस्तेमाल हो रहे वाहनों को तुरंत जब्त किया जाए। जिले के सभी अनुमंडलों में पदाधिकारी लगातार निगरानी कर रहे हैं ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो सके।
इस कार्रवाई में कई प्रत्याशी भी आचार संहिता के जाल में फंस गए हैं। बाढ़ विधानसभा से आरजेडी प्रत्याशी कर्णवीर सिंह यादव उर्फ लल्लू मुखिया के प्रचार में लगी तीन गाड़ियां जब्त की गईं और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। वहीं, बख्तियारपुर से लोजपा (आर) प्रत्याशी अरुण कुमार साह के चुनाव अभिकर्ता पर भी नियम तोड़ने का केस दर्ज हुआ। इसी तरह, मनेर से राजद विधायक भाई वीरेंद्र की प्रचार गाड़ी को तेज आवाज में लाउडस्पीकर बजाने पर जब्त किया गया। सभी छह अनुमंडलों में यह अभियान जारी है।