पटना न्यूज डेस्क: पटना में डेंगू के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। बुधवार को 40 नए मामले सामने आए, जो मंगलवार के 31 मामलों से लगभग 30% अधिक है। इस वृद्धि के साथ, पटना जिले में डेंगू पीड़ितों की कुल संख्या 548 हो गई है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में यह संख्या और भी बढ़ सकती है। डेंगू के मामलों में यह वृद्धि चिंता का विषय है और स्वास्थ्य अधिकारियों को इस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।
पटना में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है, जिसमें पिछले 15 दिनों में 6 लोगों की मौत हो चुकी है। डेंगू के हॉटस्पॉट क्षेत्रों में कंकड़बाग, बांकीपुर, नूतन राजधानी, अजीमाबाद, पटना सिटी, और पाटलिपुत्र अंचल के कई मोहल्ले शामिल हैं। इस महामारी पर नियंत्रण पाने के लिए, नगर निगम ने 500 टीमों को बुधवार को तैनात किया है, जो क्षेत्रों में जाकर डेंगू के लार्वा को नष्ट करने और जागरूकता अभियान चलाने का काम करेंगी।
पटना नगर निगम की सशक्त स्थायी समिति के सदस्यों ने डेंगू नियंत्रण के लिए 500 टीमों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। टीमें पुराने लॉग बुक का भौतिक सत्यापन करेंगी और घर-घर जाकर एंटी लार्वा का छिड़काव करेंगी। प्रत्येक टीम प्रतिदिन 50 घरों पर जाएगी और फीडबैक लेगी। नगर निगम ने प्रत्येक वार्ड को 375 सेक्टर में बांटा है और टीमों को रजिस्टर किया है। महापौर सीता साहू और उप महापौर रेशमी कुमारी ने टीमों को रवाना किया और डेंगू नियंत्रण के लिए प्रयासों की सराहना की।
बिहार में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है, मंगलवार को राज्य भर में 98 नए मरीज मिले, जो इस साल एक दिन में सबसे अधिक है। पटना में सबसे अधिक 44 मरीज हैं, जबकि अन्य जिलों में भी मरीजों की संख्या बढ़ रही है। एक जनवरी से 10 सितंबर तक राज्य में 1326 लोग डेंगू से पीड़ित हो चुके हैं, जिसमें पटना में सबसे अधिक 614 पीड़ित हैं। अन्य जिलों में गया, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, नालंदा, और वैशाली में भी डेंगू पीड़ितों की संख्या बढ़ रही है।