पटना न्यूज डेस्क: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2025) के माहौल में एक तरफ नीतीश कुमार को लेकर सियासी हलचल तेज है, वहीं कांग्रेस पार्टी भी अपने चुनावी अभियान को गति देने की तैयारी में है। पार्टी अगले साल होने वाले चुनाव से पहले अपने पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को पटना लाकर चुनावी अभियान की शुरुआत करने की योजना बना रही है। बिहार कांग्रेस इस मिशन पर काम कर रही है, ताकि राहुल गांधी का पटना दौरा चुनावी माहौल को और ज्यादा गर्म कर सके।
कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी को पटना लाने के लिए दो अलग-अलग प्रस्ताव तैयार किए हैं। पार्टी अब स्थानीय नेताओं से इन प्रस्तावों पर सहमति बनाने की कोशिश कर रही है। एक बार स्थानीय स्तर पर सहमति बन जाने के बाद, यह प्रस्ताव अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) को अंतिम मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
बिहार में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं और पार्टी ने लोकसभा चुनाव में तीन सीटें जीतने के बाद उत्साह का माहौल देखा है। इस सफलता के बाद कांग्रेस की नजर अब विधानसभा चुनाव पर है। पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता इस वक्त संविधान रचयिता बाबा साहब आंबेडकर के सम्मान में प्रदेशभर में विभिन्न आयोजनों में जुटे हैं, और इन आयोजनों को आगामी चुनाव से भी जोड़ा जा रहा है।
कांग्रेस पार्टी पटना में एक बड़े कार्यक्रम की तैयारी में है, जिसमें राहुल गांधी की उपस्थिति को लेकर विचार किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, पार्टी का इरादा है कि पटना से अपने चुनावी अभियान की शुरुआत की जाए, और इसके लिए राहुल गांधी को पहले आमंत्रित किया जाए। पार्टी अब यह सुनिश्चित करना चाहती है कि राहुल गांधी का चुनावी कार्यक्रम पटना में सफलतापूर्वक हो।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की यह इच्छा रही है कि राहुल गांधी को जनवरी के दूसरे सप्ताह में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, सदाकत आश्रम में बुलाया जाए और चुनावी कार्यक्रम की शुरुआत कराई जाए। हालांकि, कुछ बड़े नेताओं की सलाह के बाद यह विचार किया जा रहा है कि राहुल गांधी की रैली का आयोजन जनवरी के अंत या फरवरी के मध्य में पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में किया जाए। इस रैली में राहुल गांधी को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाएगा।
अब इन दोनों प्रस्तावों पर चर्चा के बाद एक अंतिम निर्णय लिया जाएगा। फिलहाल, पार्टी के प्रमुख नेता इस समय कर्नाटक के बेलगावी में हो रहे सम्मेलन में व्यस्त हैं। इन नेताओं के लौटने के बाद राहुल गांधी की यात्रा के लिए राज्य स्तर पर नेताओं की सहमति बनाई जाएगी और फिर प्रस्ताव एआईसीसी को सौंपा जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि जनवरी के पहले सप्ताह तक यह निर्णय हो जाएगा कि राहुल गांधी पटना कब आएंगे – जनवरी के मध्य में या फिर फरवरी में।