पटना न्यूज डेस्क: केंद्र सरकार ने पटना से आरा और सासाराम तक फोरलेन हाईवे बनाने की मंजूरी दे दी है, जिससे बिहार से उत्तर प्रदेश और दिल्ली तक यात्रा करना बहुत आसान हो जाएगा। बुधवार को दिल्ली में आर्थिक कार्य विभाग (DEA) की बैठक में इस प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली। इस हाईवे को हाइब्रिड एन्युटी मोड में बनाया जाएगा, और इस पर गाड़ियाँ 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकेंगी। इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत लगभग 3900 करोड़ रुपये है। टेंडर प्रक्रिया जल्दी पूरी होने की संभावना है और मार्च तक निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है।
यह फोरलेन हाईवे पटना को सीधे जीटी रोड से जोड़ेगा, जिससे पटना से आरा और सासाराम के बीच यात्रा में तेजी आएगी। यह हाईवे एक्सेस कंट्रोल टाइप का होगा, जिसका मतलब है कि गाड़ियों के चढ़ने-उतरने के लिए निर्धारित स्थान होंगे, जिससे ट्रैफिक की रफ्तार बनी रहेगी और यात्रा सुगम होगी। इस पर गाड़ियों की अधिकतम रफ्तार 100 किमी प्रति घंटा होगी, जो यात्रियों के लिए एक बड़ा लाभ साबित होगा।
इस हाईवे के निर्माण के लिए बिहार सरकार ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) से 3900 करोड़ रुपये का बजट अनुमोदित कराया है। पहले टेंडर जारी किया गया था, लेकिन अब तक DEA की मंजूरी का इंतजार किया जा रहा था। मंजूरी मिलने के बाद टेंडर प्रक्रिया तेजी से पूरी की जाएगी, और सरकार का लक्ष्य है कि मार्च तक काम की शुरुआत हो सके। इस प्रोजेक्ट में एक नया पुल भी बनेगा, जो सोन नदी को पार करेगा, साथ ही आरा शहर के लिए एक रिंग रोड का हिस्सा भी तैयार किया जाएगा, जिससे शहर के ट्रैफिक में सुधार होगा।
नई सड़क निर्माण योजना में सोन नदी पर बिंदौल और कोशीहान के बीच एक नया पुल भी शामिल है, जो कोइलवर पुल से लगभग 10 किमी दूर होगा। यह पुल और सड़क मार्ग पटना, आरा, और सासाराम के बीच यात्रा को सुगम बनाएंगे। इस प्रोजेक्ट को दो हिस्सों में विभाजित किया गया है—पहला हिस्सा पटना से आरा तक 46 किमी लंबा होगा, जबकि दूसरा हिस्सा आरा से सासाराम तक 74 किमी का होगा। इससे इन क्षेत्रों के बीच यात्रा और ट्रैफिक प्रवाह में महत्वपूर्ण सुधार होगा।
इस प्रोजेक्ट में आरा शहर के लिए एक रिंग रोड का भी निर्माण होगा, जिससे शहर के ट्रैफिक में काफी सुधार होगा। रिंग रोड के बनने से आरा शहर के भीतर आवाजाही अधिक व्यवस्थित और तेज होगी। साथ ही, यह मार्ग उत्तर प्रदेश और दिल्ली के रास्ते को भी और अधिक सुगम बनाएगा, क्योंकि यह जीटी रोड कनेक्टिविटी और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगा।
इस हाईवे से पटना, आरा, सासाराम और शाहाबाद के इलाकों को जोड़ने वाले मार्गों में सुधार होगा और बिहार की राजधानी पटना की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। यह सड़क न केवल बिहार के भीतर बल्कि उत्तर प्रदेश और दिल्ली के रास्तों के लिए भी एक अहम कड़ी बनेगी, जिससे यात्रा में समय की बचत होगी और यात्रा की गति तेज होगी।