पटना न्यूज डेस्क: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर एक अहम फैसला लिया है। पटना के बापू परीक्षा परिसर में आयोजित परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। आयोग के अध्यक्ष और सचिव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि कुल 911 परीक्षा केंद्रों पर 4 लाख 75 हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी, जो सामान्य रूप से शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुई। हालांकि, बापू परीक्षा परिसर में हुई गड़बड़ी के कारण वहां दोबारा परीक्षा आयोजित की जाएगी।
बीपीएससी ने स्पष्ट किया कि परीक्षा के पेपर लीक होने की खबरें झूठी हैं। आयोग ने कहा कि केवल एक केंद्र की परीक्षा को रद्द किया गया है और पुनः परीक्षा लेकर सभी केंद्रों का परिणाम एक साथ जारी किया जाएगा। वहीं, बापू परीक्षा परिसर में हंगामा करने वाले अभ्यर्थियों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
परीक्षा में हुई गड़बड़ी की जांच के लिए पटना के SSP के नेतृत्व में दो टीमें बनाई गई हैं। अब तक 25 से 30 छात्रों की पहचान हो चुकी है, और 100 जीबी डाटा की जांच की जा रही है। आयोग ने बताया कि गड़बड़ी फैलाने वालों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा। साथ ही, पटना जिला प्रशासन से भी इस मामले की रिपोर्ट मांगी गई है।
आयोग की आईटी सेल ने अपनी जांच में पाया कि परीक्षा केंद्र के अंदर कुछ लोगों ने मोबाइल का इस्तेमाल किया और वीडियो बनाए। यह जांच की जा रही है कि मोबाइल कैसे अंदर लाए गए। आयोग ने स्पष्ट किया कि परीक्षा में बाधा डालने वाले आईटी नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।
बापू परीक्षा परिसर में परीक्षा से वंचित हुए अभ्यर्थियों के प्रति आयोग ने सहानुभूति जताई है। आयोग ने केंद्राधीक्षक की रिपोर्ट के आधार पर निर्णय लिया है कि इस केंद्र की परीक्षा को रद्द किया जाए और दोबारा परीक्षा आयोजित की जाए। नई परीक्षा तिथि की घोषणा जल्द की जाएगी।
आयोग ने कहा कि बापू परीक्षा परिसर की नई परीक्षा का आयोजन जल्द होगा और सभी केंद्रों का परिणाम एक साथ जारी किया जाएगा। परीक्षा प्रक्रिया की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। गड़बड़ी के जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।