पटना न्यूज डेस्क: जेईई मेन्स और एडवांस के रिजल्ट घोषित होने के बाद देश भर के इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो गई है। ज्वाइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी (जोसा) की काउंसलिंग भी शुरू हो चुकी है। इस साल एनआईटी पटना में कुल 981 सीटों पर छात्रों को प्रवेश मिलेगा, जो करीब 9 विभागों में बंटे हुए हैं। पटना में इंजीनियरिंग की तैयारी करवाने वाले विशेषज्ञ प्रतीक रत्न के अनुसार, कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में कुल 75 सीटें हैं, जिनमें से 15 सीटें बिहार के छात्रों के लिए आरक्षित हैं। इस में ओपन कैटेगरी में जेईई मेन्स रैंक लगभग 8289 से 14401 के बीच रहने वाले छात्र को प्रवेश मिलने की संभावना है।
इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में 58 सीटें उपलब्ध हैं, जिनमें से 10 सीटें बिहार के छात्रों के लिए आरक्षित हैं। इस विभाग में ओपन कैटेगरी के लिए कटऑफ रैंक 13744 से 20220 के बीच रहने का अनुमान है। सिविल इंजीनियरिंग में भी 75 सीटें हैं, जिनमें 15 सीटें बिहार के लिए आरक्षित हैं। इस विभाग में जेईई मेन्स रैंक 10611 से लेकर 46400 तक के बीच वाले छात्र प्रवेश के लिए योग्य माने जा रहे हैं।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में कुल 58 सीटें हैं, जिनमें से 10 सीटें बिहार के छात्रों के लिए रिजर्व हैं। ओपन कैटेगरी के लिए कटऑफ रैंक 18825 से 26844 के बीच रहने की संभावना है। वहीं, मैकेनिकल इंजीनियरिंग में 58 सीटें हैं, जिनमें 13 सीटें बिहार के छात्रों के लिए आरक्षित हैं। इस में ओपन कैटेगरी के लिए कटऑफ रैंक 27815 से 36920 के बीच रहने का अनुमान है।
इसके अलावा, मेक्ट्रोनिक्स और ऑटोमेशन इंजीनियरिंग में 13 सीटें हैं, जिनमें 3 सीटें बिहार के छात्रों के लिए रिजर्व हैं। इस विभाग में ओपन कैटेगरी के लिए कटऑफ रैंक 19170 से 24040 के बीच होने का अनुमान है। विभिन्न वर्गों के लिए अलग-अलग कटऑफ रेंज्स तय की गई हैं, जो इस बार छात्रों को प्रवेश के लिए मार्गदर्शन देंगी। कुल मिलाकर, इस बार एनआईटी पटना में छात्रों के लिए अच्छे अवसर हैं और जोसा काउंसलिंग के जरिए एडमिशन प्रक्रिया तेजी से चल रही है।